विश्व पशु चिकित्सा दिवस के मौके पर अभिलाषी विश्वविद्यालय में भव्य क्लीनिकल कैंप, चच्योट पंचायत के दर्जनों गांवों तक पहुंची सेवा
अभिलाषी विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा विज्ञान संकाय ने विश्व पशु चिकित्सा दिवस की थीम "पशु स्वास्थ्य: एक टीम का कार्य" को साकार करते हुए, 25 अप्रैल को एक व्यापक पशु चिकित्सा क्लीनिकल कैंप का सफल आयोजन किया। इस पहल ने न केवल पशुओं के उपचार का कार्य किया, बल्कि क्षेत्रीय किसानों और पशुपालकों को वैज्ञानिक पद्धतियों, टीकाकरण, स्वच्छता और बांझपन प्रबंधन के प्रति जागरूक भी किया। इस कैंप का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एच.के. चौधरी ने किया, जिन्होंने इसे “समुदाय और विशेषज्ञों के बीच एक जीवंत सेतु” बताया। उनके साथ विभिन्न विभागों के डीन, विभागाध्यक्ष और समन्वयक भी उपस्थित रहे। डॉ. वी.के. गुप्ता (डीन, पशु चिकित्सा संकाय) के मार्गदर्शन में यह शिविर 20 से अधिक गांवों तक सेवाएं पहुंचाते हुए एक सामुदायिक आंदोलन का रूप ले गया। इस क्लीनिकल कैंप में एंटी-रेबीज टीकाकरण, दुग्ध पशुओं में बांझपन उपचार, और घोड़ों, गायों व कुत्तों की स्वास्थ्य जांच की गई। साथ ही, जागरूकता पर्चों के माध्यम से पशुपालकों को प्रिवेंटिव केयर की अहमियत समझाई गई। वहीं विश्वविद्यालय के वेटरनरी विभाग के प्रशिक्षु डॉक्टर और स्टाफ इस सेवा कार्य में अग्रणी रहे। इसी के साथ 26 अप्रैल को विश्वविद्यालय में विश्व पशु चिकित्सा दिवस को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा, जो इस जनसंपर्क और सेवा-आधारित पहल को और गहराई देगा। कुलपति ने इसे "पशु स्वास्थ्य सेवा में सहयोगात्मक नेतृत्व का उदाहरण" बताया। स्थानीय समुदाय ने इस पहल को अत्यधिक सराहा और खुले संवाद की भावना का स्वागत किया। इस आयोजन ने पशु चिकित्सा और सामुदायिक सेवा के क्षेत्र में अभिलाषी विश्वविद्यालय को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। इस क्लिनिकल कैंप के सफल आयोजन पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. आर.के. अभिलाषी, प्रतिकुलाधिपति डॉ. एल.के. अभिलाषी, कुलपति प्रो. एच.के. चौधरी, रजिस्ट्रार डॉ. कपिल कपूर, जीनियस एजुकेशन सोसायटी की अध्यक्ष डॉ. नर्वदा अभिलाषी, अभिलाषी एजुकेशन सोसायटी की उपाध्यक्ष डॉ. प्रोमिला अभिलाषी और सचिव नरेंद्र कुमार ने विभाग के डीन, प्रोफेसरों, छात्रों, स्टाफ व पंचायत से आए लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।