सोहारी में नियमित डॉक्टर न होने से लोग परेशान
प्रदेश सरकार लोगों के स्वास्थ के प्रति कितनी संजीदा है इस बात की पोल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोहारी टकोली में देखने को मिल रही है, जहां पर क्षेत्र के हजारों लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक डॉक्टर व एक फार्मासिस्ट को नियुक्त किया, लेकिन उस डॉक्टर को प्रतिनियुक्ति पर महीने में 5 से 6 दिन थानाकलां में भेजा जा रहा है, जिसके चलते क्षेत्र की जनता में सरकार के खिलाफ गहरा रोष पनप रहा है। शुक्रवार को ग्राम पंचायत सोहारी के प्रधान संजीव संधू सहित काफी लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र के बाहर अपना रोष प्रकट करते हुए सरकार पर इस क्षेत्र की जनता के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। प्रधान ने कहा कि इस स्वास्थ्य केंद्र को क्षेत्र की दस पंचायतों के हजारों लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए खोला गया है, लेकिन आलम यह है कि यहां पर तैनात डॉक्टर को महीने में 5 से 6 दिन स्वास्थ्य केंद्र थानाकलां में भेजा जाता है और इसी के चलते दूरदराज से आने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा न मिल पाने के चलते बाहर महंगा ईलाज करवाना पड़ता है। इसके चलते लोगों को अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सुविधा लेने आए नरदेव सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस क्षेत्र के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग को यहां के डॉक्टर को अन्य अस्पताल में भेजने से पहले, यहां पर मरीजों को आ रही परेशानी को भी समझना चाहिए। समाजसेवी हिमांशु परमार ने कहा कि इस स्वास्थ्य केंद्र में पहले दो डॉक्टर्स की नियुक्ति सरकार के द्वारा की गई थी, अगर एक डॉक्टर की ड्यूटी दूसरे स्थान में लगाई जाती थी, तो एक डॉक्टर होने पर भी लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो जाती थी, लेकिन अब एक डॉक्टर के तबादला हो जाने के बाद दूसरे डॉक्टर की भी ड्यूटी विभाग के द्वारा अन्य अस्पताल में लगाए जाने से इस क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार व स्थानीय विधायक सुदर्शन सिंह बबलू से मांग करते हुए कहा कि इस स्वास्थ्य केंद्र में खाली पड़े पदों व डॉक्टर की स्थायी नियुक्ति की जाए, ताकि सही तरीके में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल सके।