प्रदेश कांग्रेस में संगठनात्मक ढांचा बदलने की तैयार
हिमाचल कांग्रेस संगठन का रंग- रूप बदलने वाला है। लंबे समय से लुंच-पुंज पड़े संगठन को आकार मिलने वाला है। कांग्रेस मामलों की राज्य प्रभारी रजनी पाटिल इन्हीं तमाम संभावनाओं की तलाश के लिए वीरवार को शिमला आएंगी। संविधान बचाओ कार्यक्रम में भाग लेने से पहले वह संगठनात्मक पहलुओं पर विचार करेंगी। पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ मंत्रणा संभावित है। जिला अध्यक्षों की ताजपोशी को लेकर आवश्यक विचार-विमर्श हो सकता है, जिसमें जिला अध्यक्षों के नामों पर मुहर लग सकती है। सभी जिला अध्यक्षों के नाम फाइनल बताए जा रहे हैं, सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है। सूत्रों का दावा है कि वरिष्ठ नेताओं की खींचतान से मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा है। शिमला से लेकर दिल्ली तक मंथन हो चुका है। बावजूद इसके जिला अध्यक्षों सहित पूरा संगठनात्मक ढांचा खड़ा नहीं हो पा रहा है। पार्टी मामलों की प्रभारी ने 15 दिन के भीतर जिला अध्यक्षों के साथ नई कार्यकारिणी के गठन का आश्वासन दिया था, लेकिन 53 दिन बाद भी गठन नहीं हुआ। रजनी पाटिल के अलावा आलाकमान के कई पदाधिकारी भी शिमला आ चुके हैं, मगर प्रदेश स्तर पर वरिष्ठ नेताओं की परस्पर प्रतिस्पर्धा के बावजूद मामला अटका पड़ा है।
लंबे समय से बिना संगठन के चल रही कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने 6 नवंबर, 2024 को हिमाचल कांग्रेस की प्रदेश, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी के साथ-साथ महिला कांग्रेस कमेटी को भी भंग कर दिया था। तब से लेकर अब तक कांग्रेस बिना संगठन के चल रही है।
वीरान पड़े दफ्तर में रौनक लौटने के आसा
ऐसे में लंबे समय से वीरान पड़े कांग्रेस मुख्यालय में रौनक लौटने की उ्मीद है। पार्टी का आम कार्यकर्ता जो कि मायूसी के घेरे में घिरा है और संगठनात्मक ढांचे की कमजोरी से खुद को असहाय महसूस कर रहा है। अब उसे बदलाव होने की संभावना दिख रही है। कुल मिलाकर यह बदलाव अगले दो से चार दिन में देखने को मिल सकता है।