पुलिस ने कुख्यात नशा तस्कर को जेल में डाला
जिला सोलन पुलिस ने कुख्यात नशा तस्करों जो बार-बार मुकदमे दर्ज होने पर भी जमानत पर बाहर आकर नशा तस्करी में संलिप्त हो रहे हैं, उन पर नकेल कसते हुए प्रिवेंटिव डिटेंशन यानी निवारक हिरासत की कार्रवाई की है, जिसका मकसद मादक पदार्थ तस्करी करने वाले आदतन अपराधियों को पुन: अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने से रोकना है। इसके लिए जिला पुलिस द्वारा एनडीपीएस की धाराओं के प्रावधानों के अनुसार ऐसे आरोपियों को निवारक हिरासत में रखने की कार्रवाई की जा रही है, जिस संदर्भ में मादक पदार्थ तस्करी करने वाले ऐसे 13 आदतन अपराधियों को निवारक हिरासत में रखने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजे गए हैं। इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश सरकार/सक्षम प्राधिकारी के आदेशानुसार मादक पदार्थ तस्करी करने वाले एक आदतन अपराधी नीरज शर्मा पुत्र तारा दत्त निवासी गांव मलोग झागली डाक खाना तारा देवी तहसील व जिला शिमला हिमाचल प्रदेश उम्र 38 वर्ष हाल निवासी गांव रावली डाकखाना वाकनाघाट तहसील कंडाघाट जिला सोलन, हिमाचल प्रदेश को पुलिस थाना कंडाघाट की टीम द्वारा इस अधिनियम के अंतर्गत निवारणात्मक कार्रवाई करते हुए एनडीपीएस एक्ट के तहत हिरासत में लेकर 3 महीने के लिए जेल में भेजा गया है क्योंकि आरोपी नीरज शर्मा मादक पदार्थ की तस्करी का एक आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम के तहत 4 मामले दर्ज हैं, जिनमें 3 मामले पुलिस थाना कंडाघाट तथा 1 मामला जिला शिमला के बालूगंज में पंजीकृत है। इसमें 1 किलोग्राम से ज्यादा चरस व 8 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया था। यह आरोपी इन मामलों में न्यायालयों से जमानत पर था, लेकिन फिर भी यह आरोपी नशा तस्करी में लगातार सक्रिय था और जिला पुलिस द्वारा बार-बार पकड़े जाने के बाद जेल से जमानत पर बाहर आकर फिर नशा तस्करी करने लग जाता था। नशा तस्करी को रोकने के लिए जिला पुलिस द्वारा आदतन अपराधियों की निवारक हिरासत की प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहेगी। जिला सोलन पुलिस द्वारा नशे के खात्मे के लिए चलाए जा रहे कोंप्रेहेंसिवे अभियान के अंतर्गत नशा तस्करी के सभी पहलुओं पर सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिसमें मादक पदार्थों के खात्मे के लिए इनकी सप्लाई साइड और डिमांड साइड दोनों तरफ प्रभावी कार्रवाई करते हुए जिले में नशा तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोहों को चलाने वाले 134 नशा तस्करों को बाहरी राज्यों से गिरफ्तार करके लाना और इनके 56 अंतरराज्यीय नेटवर्कों को तोडऩा, जिले में पहली बार तस्करों की नशे से अर्जित 5 करोड़ 50 लाख रुपए से ज्यादा की संपत्तियां जब्त करना आदि शामिल हैं।