खूब गर्माया बर्खास्त किए कर्मचारियों का मुद्दा
एनपीए पर काबू पाने और 1.21 अरब का लाभांश कमाने के बाद केसीसी बैंक की कर्मचारी यूनियन ने आभार कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें मुख्यातिथि और बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के अलावा कई बैंक निदेशकों ने भी हिस्सा लिया, लेकिन इस कार्यक्रम की खास बात यह रही की हालही में बैंक प्रबंधन द्वारा बर्खास्त किए गए कर्मचारियों का मुद्दा भी खूब गर्माया और डायरेक्टर्स ने तो प्रबंधन को इस पर खरी-खोटी सुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उनका कहना था कि बगैर किसी सुनवाई के कर्मचारियों को जिस तरीके से बर्खास्त करने के आदेश हुए हैं, ऐसी धक्केशाही नहीं चलेगी। बोर्ड की बैठक में इस पर पुनर्विचार होगा और ऐसे बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंतिम फैसला बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा। बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कार्यक्रम में सदस्यों को बताया कि उन्हें जो कुछ दिया जाना है, उसकी चिंता भी न करें बैंक प्रबंधन को सब मालूम है समय आने पर इनका निपटारा हो जाएगा, लेकिन उन्होंने कहा कि बैंक में पूरी निष्ठा लगन के साथ यूं ही लग रहें, जो लाभ बैंक कर्मचारियों की मेहनत के साथ अर्जित किया गया है उसके भागीदार उन कर्मचारियों या फिर उन बैंक शाखों को नहीं बनाया जाएगा, जिनका योगदान कुछ भी नहीं रहा है, वे लगातार घाटे में चल रही हैं। इस पर भी फैसला लेने का समय आ गया है। अध्यक्ष जब बोलने के लिए उठे तो उन्होंने कहा कि हम यहां आए तो गेट टू गेदर के लिए थे, लेकिन यहां तो मांगों का पिटारा खोल दिया गया। यह मौका सही नहीं था, इसे तो बैंक प्रबंधन की बैठक में भी रखा जा सकता था, लेकिन कोई बात नहीं, उनकी जो समस्याएं हैं उनका हमें ज्ञान है। सही समय आने पर इनका हल हो जाएगा। बैंक के डायरेक्टर देशराज ठाकुर का कहना था कि जिस तरीके से प्रबंधन ने बगैर सुनवाई किए कर्मचारियों की बर्खास्तगी की है, वह किसी भी सूरत में न्यायोचित नहीं है। कर्मचारियों को उनकी गलती के लिए मौका मिलना चाहिए, उन्हें नोटिस दिया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बीओडी की बैठक में इस पर चर्चा होगी। अंतिम फैसला बीओडी ही करेगी। ऊना जिले से ताल्लुक रखने वाले एक अन्य डायरेक्टर ने भी प्रबंधन को खरी- खोटी सुनाई। जीएमकेसी भारद्वाज ने कहा कि बैंक को इस स्थिति में लाने के लिए कर्मचारियों का जो सहयोग रहा है, वह बहुमूल्य है।