स्वरोजगार की मिसाल बना चंबा का युवा अनिकेत कुमार
जहां आज युवा पीढ़ी कई बार दिशाहीनता और नशे की गिरफ्त में उलझती जा रही है, वहीं चंबा नगर परिषद के अंतर्गत सुल्तानपुर मोहल्ले के 24 वर्षीय अनिकेत कुमार एक प्रेरक उदाहरण बनकर उभरे हैं। स्वरोजगार की राह चुनते हुए अनिकेत न केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर रहे हैं, बल्कि समाज में नशे के खिलाफ जनजागरूकता फैलाकर युवाओं को भी राह दिखा रहे हैं। अनिकेत ने दसवीं के बाद संघर्ष को बनाया ताकत और फिर सफर शुरू कर दिया। आर्थिक चुनौतियों से जूझते हुए अनिकेत ने सर्विस स्टेशन पर काम, वेल्डिंग और मैकेनिक जैसे कार्यों के जरिए जीवन की नींव रखी। लेकिन उन्होंने ठान लिया था कि कुछ अलग, सरल और सम्मानजनक करना है। सरकारी योजना पीएम (स्वनिधि माइक्रो क्रेडिट) से प्रेरित होकर उन्होंने गन्ने का रस बेचने वाला तिपहिया वाहन खरीदा और आज हर महीने 50 से 60 हजार रुपये की आमदनी से न सिर्फ अपना बल्कि परिवार का भी भविष्य सुदृढ़ बना रहे हैं।
समाजसेवा व नैतिक ज्मिेदारी की भी मिसाल
अनिकेत का दिन सिर्फ काम में नहीं बीतता। वे स्थानीय मंदिर में सेवा देते हैं और खासकर युवाओं को नशे के घातक प्रभावों के प्रति जागरूक करते हैं। उनका मानना है कि छोटे स्तर पर भी अगर ईमानदारी से कोशिश की जाए, तो समाज में बड़े और सकारात्मक बदलाव संभव हैं।
स्मार्ट वर्क व आत्मनिर्भरता आज की जरूरत
अनिकेत युवाओं को सलाह देते हैं कि सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं, स्वरोजगार के अवसरों को पहचानें और अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभाकर समाज में सकारात्मक ऊर्जा के वाहक बनें। अनिकेत कुमार आज के युवाओं के लिए न केवल एक प्रेरणा हैं, बल्कि यह साबित करते हैं कि अगर चाह हो, तो किसी भी परिस्थिति को अवसर में बदला जा सकता है।