चेन्नई-हैदराबाद के बीच होगी उ्मीद जीवंत रखने की 'जंग'
चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच शुक्रवार को यहां होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच में अपनी उम्मीद जीवंत रखने की रोचक जंग देखने को मिलेगी। इन दोनों टीमों का वर्तमान सत्र में अभी तक प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। इन दोनों टीमों के आठ मैच में चार अंक हैं और अगर उन्हें प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी धुंधली उम्मीद को बनाए रखना है तो उन्हें अपने सभी मैच जीतने होंगे। चेन्नई की टीम को घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार उसे यहां मुंह की खानी पड़ रही है। उसकी टीम अभी तक यहां के विकेट का सही अनुमान लगाने में नाकाम रही है। चेन्नई ने स्पिनर नूर अहमद की शानदार गेंदबाजी के दम पर मुंबई इंडियंस को हराकर अपने अभियान की अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन इसके बाद उसकी लय गड़बड़ा गई और उसे अपने घरेलू मैदान पर लगातार तीन मैच में हार का सामना करना पड़ा। यही नहीं उसकी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ नौ विकेट पर 103 रन ही बना पाई जो उसका अपने घरेलू मैदान पर न्यूनतम स्कोर भी है। चेन्नई के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग यहां की पिच को लेकर खुलेआम अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। यहां का विकेट स्पिनरों के लिए मददगार माना जाता है लेकिन इस बार यहां तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही है। चेन्नई का अपने मैदान से इतर और अन्य स्थानों पर भी अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा है तथा उसने दूसरे मैदानों पर खेले गए चार मैच में से केवल एक मैच जीता है। इस बार उसके बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं तथा नियमित कप्तान रुतुराज गायकवाड के चोटिल होने के कारण बाहर हो जाने से उसकी समस्याएं बढ़ी हैं। महेंद्र सिंह धोनी की पूर्णकालिक कप्तान के रूप में वापसी हुई है और घुटने की परेशानी के बावजूद कप्तान के रूप में उनके फैसले काफी मायने रखते हैं। डेथ ओवरों की उनकी बल्लेबाजी तथा मैच के महत्वपूर्ण मोड़ पर लिए जाने वाले फैसले टीम को वापसी दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। चेन्नई के लिए 17 वर्षीय आयुष म्हात्रे का टीम से जुडऩा अच्छा संकेत है। इस युवा बल्लेबाज ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित किया था। चेन्नई ने अपने बल्लेबाजी विभाग को मजबूत करने के लिए दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस को भी अपनी टीम से जोड़ा है। सनराइजर्स की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उसकी टीम ने भी शानदार शुरुआत की थी, लेकिन इसके बाद उसे अपनी अति आक्रामकता भारी पडऩे लगी। पिछले सत्र में उसकी सफलता में अहम भूमिका निभाने वाले ट्रैविस हेड और अभिषेक शर्मा की विस्फोटक सलामी जोड़ी इस बार नहीं चल पा रही है, जिससे टीम के मध्य क्रम की कलई भी खुल गई है। उसे पिछले मैच में मुंबई इंडियंस से सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। सनराइजर्स के मुख्य कोच डेनियल विटोरी ने भी स्वीकार किया है कि उनके बल्लेबाज साझेदारी निभाने में नाकाम रहे हैं। विटोरी ने कहा, ''जब हेड और अभिषेक सफल नहीं होते हैं, तो यह अन्य बल्लेबाजों की जिम्मेदारी है। इस सत्र में हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। हमें अच्छी साझेदारियां निभाने की जरूरत है।"