घुमारवीं बस स्टैंड में नालियों पर लगे लोहे के जाले यात्रियों के लिए बने खतरा
घुमारवीं बस स्टैंड में नालियों पर लगाए गए लोहे के जाले अब यात्रियों के लिए खतरे का कारण बनते जा रहे हैं। बस स्टैंड परिसर के भीतर और वर्षा शालिका के पास स्थित नालियों पर लगे लोहे के जाले पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए गए ये जाले अब दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदारों और यात्रियों का कहना है कि जैसे ही किसी व्यक्ति का पांव इन कमजोर जालों पर पड़ता है, ये तुरंत टूट जाते हैं। इसके चलते कई बार यात्री चोटिल हो चुके हैं। वर्षाशालिका के पास स्थित जालों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि किसी भी समय कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। वहीं, बस स्टैंड में लगे पानी के कूलर के नीचे लगे लोहे के जाले भी पूरी तरह से टूट चुके हैं। इनकी मरम्मत या इन्हें बदलने की दिशा में कोई प्रयास अब तक नहीं किया गया है। यात्रियों और दुकानदारों की ओर से कई बार शिकायतें करने के बावजूद संबंधित विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि पिछले कुछ समय में कई लोग इन टूटे जालों की वजह से घायल हो चुके हैं। हाल ही में बस स्टैंड के बाहर लगी नालियों के एक जर्जर जाले में एक महिला का पांव फंसने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे लोगों में रोष व्याप्त है। स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने मांग की है कि बस स्टैंड प्रशासन तुरंत संज्ञान ले।