सीर खड्ड में फैल रही गंदगी से पेयजल परियोजनाओं पर मंडराने लगा खतरा
घुमारवीं और झंडूता की जीवनदायिनी मानी जाने वाली सीर खड्ड इन दिनों जल जनित रोगों का खतरा बढ़ा रही है। खड्ड के किनारे प्रवासी मजदूरों द्वारा खुले में शौच, स्नान और कपड़े धोने से पानी में लगातार गंदगी घुल रही है। यह वही सीर खड्ड है, जिससे घुमारवीं क्षेत्र के साथ साथ झंडूता की दर्जनों पेयजल योजनाएं जुड़ी हैं और हजारों लोगों की प्यास बुझाई जाती है। बावजूद इसके न तो प्रशासन और न ही नगर परिषद घुमारवीं कोई ठोस कार्रवाई करती नजर आ रही है। घुमारवीं पुल के पास प्रवासी मजदूर लगातार खड्ड में स्नान कर रहे हैं और खुले में शौच कर रहे हैं। यही नहीं, खड्ड के किनारे गंदगी और कचरा जमा हो रहा है, जिससे पानी दूषित हो रहा है। इस पानी के जरिए ही सुन्हाणी, मोडथल, झंडूता, अमरोहा, समोह, अमरपुर, भवा खाला, गहरा और बड़ागांव जैसे गांवों में पेयजल पहुंचता है। पानी में मिल रही गंदगी से संक्रमण और बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रवासी मजदूरों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। यदि समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया तो यह लापरवाही घुमारवीं और झंडूता की आम जनता पर भारी पड़ सकती है। जरूरत इस बात की है कि प्रशासन और नगर परिषद मिलकर प्रवासी मजदूरों के लिए उचित शौचालय और स्नान की व्यवस्था करे और सीर खड्ड की स्वच्छता सुनिश्चित करे। पानी की गुणवत्ता की नियमित जांच भी की जानी चाहिए ताकि आमजन सुरक्षित पेयजल प्राप्त कर सकें।