आतंकवाद के खिलाफ गरजी भाजपा, निकाली रोष रैली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए निर्दोष 26 नागरिकों की निर्मम हत्या के खिलाफ देशभर में जनाक्रोश उभर रहा है। इस नृशंस आतंकी हमले के विरोध में सोमवार को भाजपा ने चंबा जिला में रोष रैली का आयोजन किया, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ भारी संख्या में कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुए। रैली की अगुवाई कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने की। उनके साथ मंच साझा किया डलहौजी के विधायक डीएस ठाकुर, चुराह के लोकप्रिय विधायक डॉ. हंसराज, भटियात के पूर्व विधायक बिक्रम सिंह जरियाल, और भाजपा चंबा जिला के अध्यक्ष धीरज नरयाल ने। इन सभी नेताओं ने आतंकवाद के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद करते हुए प्रदेश सरकार की कमजोर प्रतिक्रिया और केंद्र के निर्देशों की अनदेखी पर गंभीर चिंता जताई। रैली उपायुक्त कार्यालय से प्रारंभ होकर चंबा के मुख्य चौक तक पहुंची, जहां प्रदर्शनकारियों ने आतंक के विरुद्ध नारे लगाकर आम जनता को भी जागरूक किया। रैली के बाद प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा, जिसमें आतंकवाद के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की मांग रखी गई। सांसद डॉ.राजीव भारद्वाज ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देशवासियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या न केवल मानवता के खिलाफ अपराध है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता को चुनौती देने वाला कृत्य है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भारत में रह रहे विदेशी नागरिकों के वीजा की समीक्षा की जाए और यदि उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई जाए तो 48 घंटे के भीतर देश छोडऩे का आदेश दिया जाए। अफसोस की बात है कि हिमाचल सरकार इन निर्देशों की गंभीरता को नहीं समझ पा रही है। विधायक डॉ. हंसराज ने कहा कि यह रैली किसी राजनीतिक मंचन का हिस्सा नहीं, बल्कि जनभावनाओं की अभिव्यक्ति है। विधायक डीएस ठाकुर ने दो टूक कहा कि अगर अब भी प्रदेश सरकार नहीं जागी, तो भाजपा जन-जागरण अभियान को गांव-गांव ले जाएगी। पूर्व विधायक बिक्रम सिंह जरियाल ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध नीति में सख्ती जरूरी है। वहीं जिला अध्यक्ष धीरेज नारयणाल ने प्रदेश प्रशासन से अपील की कि वो सुरक्षा संबंधी मामलों में केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग करें। राजनीतिक दृष्टिकोण से यह रैली न केवल एक सशक्त जनमत की अभिव्यक्ति थी, बल्कि यह भी संदेश था कि भारत अब आतंकी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा के नेताओं ने यह भी आग्रह किया कि सामाजिक समरसता को बनाये रखते हुए नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए। इसके साथ ही सेना या सुरक्षा बलों की आवाजाही या उनकी लोकेशन से संबंधित जानकारी सोशल मीडिया पर साझा न की जाए।