जिला ट्रक आपरेटर्स महासंघ ने हड़ताल कर पहलगाम में आतंकियों के हमले पर जताया रोष, कश्मीर के लिए नहीं करेंगे सामान की ढुलाई
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा हिंदुओं के साथ किए गए नरसंहार से देश भर में उपजे गुस्से की आंच जिला ऊना में भी पहुंच गई है। पहलगाम में हुए नरसंहार के विरोध में जिला ट्रक आपरेटर्स महासंघ के आह्वान पर तमाम ट्रक आपरेटर हड़ताल पर रहे। महासंघ ने ऐलान किया कि कश्मीर के लिए कोई भी ट्रक आपरेटर जरूरी सामान की ढुलाई नहीं करेगा। महासंघ ने कहा कि इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। जिला ट्रक आपरेटर्स महासंघ के जिलाध्यक्ष सतीश गोगी ने कहा कि आतंकवादियों की इस हरकत से अब साबित हो गया है कि आतंकवाद का क्या मजहब है। निर्दोष व निहत्थे लोगों पर गोलियां बरसाना कायरता ही नहीं, बल्कि बर्बरता भी है। ऐसा लगा है कि जैसे औरंगजेब के वशंज अभी भी जिंदा हैं। केंद्र सरकार ने जब-जब घाटी में शांति स्थापित करने के प्रयास किए और घाटी में पर्यटन के साथ व्यापार बढ़ा, तबतब मानवता के दुश्मनों ने इस प्रयास को खत्म करने का प्रयास किया। उन्होंने इसे पाकिस्तान का भारत के प्रति गहरा षड्यंत्र करार देते हुए आतंकवादियों व उनके पनाहगारों से सख्ती से निपटने की गुहार केंद्र से लगाई है। सतीश ने कहा कि पहलगांव आतंकी हमले को लेकर ट्रक आपरेटर आक्रोशित हैं और इसी सिलसिले में बुधवार को जिले की तमाम ट्रक यूनियनों ने हड़ताल का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सभी ट्रक आपरेटर्स ने एक राय होकर यह फैसला किया है कि कश्मीर के लिए जरूरी सामान की ढुलाई नहीं की जाएगी न ही जिला ऊना के ट्रक आपरेटर्स सेब सीजन में इस बार कश्मीर का सेब ढोने के लिए जाएंगे। इस देश में रह कर आतंकवाद जैसी हरकतों को अंजाम देने वाले देशद्रोही किसी भी सूरत में माफ नहीं होने चाहिए, जब तक इस नरसंहार के दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक देश के करोड़ों नागरिकों के दिल में लगी आग शांत नहीं होगी। बुधवार को ट्रक आपरेटर्स के हड़ताल पर चले जाने से जिले से ढुलाई का काम न होने पर जिले के उद्योगों को भी गहरा झटका लगा है।