कांग्रेस सरकार ने बिजली के बिल बढ़ाकर किसानों की तोड़ी कमर : जयराम ठाकुर
प्रतिपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा है कि व्यवस्था परिवर्तन वाली सुक्खू सरकार शुल्क वाली सरकार हो गई है और प्रदेशवासियों को लगातार किसी न किसी तरह के शुल्क लगाकर झटके दे रही है। व्यवस्था परिवर्तन वाली सुख की सरकार किसानों को भी बिजली के बिल के लगातार झटके दे रही है। सरकार किसानों द्वारा सिंचाई के लिए गए बिजली कनेक्शन के बिजली बिल अब पाँच से छह गुना बढ़ाकर वसूल रही है। यह प्रदेश सरकार की गरीब किसानों के साथ ज्यादती है। उन्होंने कहा है कि खेतों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले बिजली के बिल में इस प्रकार की वृद्धि लोगों समझ के परे है। किसानो को बिजली के बिल में इतनी वृद्धि पर भरोसा ही नहीं हो रहा है और लोग बिजली घरों के चक्कर लगा रहे हैं। यह किसानों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा है कि पूरे देश में कांग्रेस किसान के नाम पर शोर डालती है और हिमाचल में किसानों के सिंचाई के बिल को पांच गुना बढ़ा देती है। क्या मुख्यमंत्री सिर्फ अपने हवा हवाई वादों में ही किसानों का हितैषी होने का दावा करते हैं? जयराम ने कहा कि प्रदेश भर से मुझे कई किसान परिवारों के फोन आ रहे हैं और सब बिजली के बढ़े हुए बिल को लेकर अपनी बात कर रहे हैं। लोग अपने बिजली के पुराने और नए बिलों को भेजकर बता रहे हैं कि किस तरह से उन्हें पिछले महीनें के मुकाबले पांच गुना से ज्यादा का बिल मिला है।
सरकार अपने फैसले पर करे पुनर्विचार
उन्होंने कहा कि ऊना के कुछ किसानों द्वारा भेजे गए बिजली बिल को मैंने देखा, जिसमें एक मार्च से एक अप्रैल के बीच 605 यूनिट बिजली खर्च हुई थी और उनका बिजली बिल 669 रुपए का था, जिसमें 370 रुपए सरकार द्वारा लगाए गए सेस के भी शामिल थे। उसी किसान द्वारा मई माह में 591 यूनिट बिजली का उपयोग अपने खेतों की सिंचाई के लिए करने पर बिजली का बिल 3445 रुपए का बिलजी बोल थमाया गया है। जिसमे 356 रुपए सेस के भी शामिल हैं। ऐसा सिर्फ एक किसान के साथ नहीं है। सरकार अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करे और किसानों को राहत प्रदान करे।