राज्यपाल ने मैहला में नशा विरोधी जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
हिमालय की शांत वादियों में आज चेतना की गर्जना गूंज उठी जब राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने चंबा के मैहला में आयोजित भव्य नशा विरोधी जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली महज एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं के आत्मबल, समाज की चेतना और संस्कृति की पुन:स्थापना का उद्घोष बन गई। स्थानीय खेल मैदान में आयोजित किसान मेला एवं नशा निवारण जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि नशे से मुक्त समाज ही अपनी संस्कृति की रक्षा कर सकता है। जब तक मांग रहेगी, आपूर्ति नहीं रुकेगी-हमें जड़ पर वार करना होगा। इस आयोजन की गरिमा उस समय और बढ़ गई जब सैकड़ों स्कूली छात्रों ने जोश और संकल्प के साथ नशे के विरुद्ध नारे लगाए-उनके स्वर समाज को आईना दिखा रहे थे। यह महत्वपूर्ण आयोजन डॉ. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी तथा कृषि विज्ञान केंद्र, चंबा के सहयोग से आयोजित किया गया।
नशे के खिलाफ समाज को भी कसनी होगी कमर
राज्यपाल ने एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामलों में हिमाचल में पिछले एक दशक में 340 प्रतिशत की बढ़ोतरी को गहरी चिंता का विषय बताते हुए कहा कि चिट्टा जैसे विनाशकारी सिंथेटिक नशों ने अब हमारे गांवों और घरों को भी घेर लिया है। अब केवल सरकार नहीं, समाज को भी कमर कसनी होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की 'नशामुक्त भारत' की परिकल्पना का हवाला देते हुए कहा कि हिमाचल में जन-आंदोलन का रूप दिया जाएगा, और हर नागरिक को इसमें सहभागी बनना होगा।
कश्मीर में हुआ आतंकी हमला निंदनीय
इस अवसर पर सर्किट हाउस चम्बा में प्रेस मीडिया के समक्ष राज्यपाल ने हाल ही में कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा,यह कायरता और क्रूरता का कृत्य है। भारत की एकता और अखंडता पर हमला करने वाले कभी सफल नहीं होंगे। देश की सुरक्षा में लगे हर जवान को हम नमन करते हैं। इस दौरान उन्होंने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित कर ग्रामीण नवचेतना का सम्मान किया। राज्यपाल की इस पहल को राष्ट्रहित का ऐतिहासिक कदम बताया ।