महादेव गांव का ओवरहेड टैंक ओवरफ्लो पेयजल की हो रही खूब बर्बादी
कहीं पेयजल की पाइपों से दुनिया भर का रिसाव होकर पानी व्यर्थ में बहता रहता है तो वहीं नाचन विधानसभा क्षेत्र के एक बड़े भाग में बने ओवरहेड टैंकों के ओवरफ्लो होने से पानी व्यर्थ में बहना जल शक्ति विभाग की सुस्त कार्यशैली एवं लापरवाही को भी उजागर करता है। जबकि एक ओर पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची होती है दूसरी ही ओर इस तरह से पानी को बर्बाद करना संबंधित विभाग का मनमाना रवैया अपनाना भी कहा जा सकता है जिसके व्यापक सुधार के लिए सरकार के सख्त दिशा निर्देश जरूरी ही नहीं बल्कि समय की भी मांग है। बात यहीं खत्म नहीं हो जाती पानी बर्बादी का सिलसिला गांव महादेव में भी लंबा हो चला है और इस सुधार के लिए कई -कई बार आवाज उठाई जा चुकी है मगर विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है जिससे यह समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है।खासकर गांव लोअर महादेव के यहां यानी धनोटू गांव को जाते शॉर्टकट रास्ते (पगडंडी) के बीच रास्ते के नजदीक बने ओवरहेड टैंक को अक्सर ओवरफ्लो हालत में देखा जा सकता है जिससे पानी इधर-उधर व्यर्थ में बहता रहता है। यह लापरवाही एक बार फिर गुरुवार को देखने को मिली और पेयजल करीब एक घंटे के आसपास व्यर्थ में बहता रहा और ऐन मौके पर जबकि विभाग का कर्मी मौजूद रहना चाहिए था मगर पूर्व की तरह गैरहाजिरी रही तथा पानी जो लोगों के पात्रों में रहना चाहिए था इस अनदेखी की स्थिति में नालों, नाली, घास के मैदानों आदि में बहना स्वाभाविक सी बात है। बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि पेयजल को पूरे तरीके से बचाने में संबंधित विभाग की ड्यूटी लचर अवस्था में है जिसका उन्हें इसलिए भी अफसोस है क्योंकि सरकार का इस दिशा में पक्का कसाव न होने से वर्तमान समय में ढुलमुल रवैया निराश कर रहा है। लोगों ने उपायुक्त मंडी से पुरजोर मांग की है कि पानी की बर्बादी रोकने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं।