टांडा अस्पताल में हालात बद से बदतर
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में हालात बद से बदतर हो गए हैं। हालांकि टांडा अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों को उच्च स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान किए जाने के बड़े-बड़े दावे किए जाते आ रहे हैं, लेकिन असल में जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है। अस्पताल में स्थित ऑर्थोपेडिक ओपीडी के अंदर स्थित माइनर ऑपरेशन थियेटर के हालात कुछ इस कदर खराब हैं कि मरीजों के लिए इलाज करवाना तो दूर अंदर जाने से पहले भी कई बार सोचने पर मजबूर होना पड़ता होगा। जिन मरीज़ों को इस माइनर ऑपरेशन थिएटर में उपचार हेतु लेटाया जाता है, वहां पर बिछाए जाने वाली चादरे कटी-फटी व खून से लथपथ देखी जा सकती हैं। हालांकि इनकी धुलाई के लिए टांडा अस्पताल प्रशासन हर महीने के लाखों के लॉन्डरी के बिल भर रहा हैं, ऐसे में इस बात को लेकर भी प्रश्न चिन्ह लगना शुरू हो गया है कि आखिर कैसे आंखे बंद कर अस्पताल प्रशासन इन पैसों का दुरुपयोग कर रहा है। इस संदर्भ में टांडा अस्पताल के ऑर्थोपडिक विभाग के विभागध्यक्ष डॉक्टर विपिन शर्मा से बात की तो उन्होंने फोन काट दिया। वहीं, अस्पताल के कार्यवाहक एमएस डॉक्टर अशोक वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सभी खामियों को जल्द दूर किया जाएगा।