पाक के खिलाफ भारत के उठाए कदम बहुत ही नरम: कै. जगदीश
पहलगाम कश्मीर में 28 निहत्थे व बेकसूर लोगों के ऊपर पाकिस्तान ट्रेंड आतंकवादियों द्वारा नजदीक से गोलियां चलाकर मार देने की घटना को अंजाम देना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना की निंदा करते हुए संयुक्त मोर्चा ऑफ एक्स सर्विसमैन (जेसीओ एवं ओ आर) हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष कैप्टन जगदीश वर्मा सेवानिवृत्त, मीडिया प्रभारी नायब सूबेदार अमृतलाल एवं कोषाध्यक्ष सूबेदार मेजर रोशन लाल चौहान ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारत पिछले 65 वर्षों से 1960 में हुए सिंध पानी समझौते के अंतर्गत नदियों का 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को दे रहा है लेकिन उसके बदले में पाकिस्तान भारत के लोगों के खून का प्यासा है और इस तरह की घटनाओं को अक्सर अंजाम देता रहता है।
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उठाए गए कदम ऊंट के मुंह में जीरा जैसे
कैप्टन जगदीश वर्मा ने कहा कि भारत सरकार की कैबिनेट मीटिंग में लिए गए फैसले और उठाए गए कदम बहुत नरम हैं। इसका पाकिस्तान के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जो देश कारगिल घुसपैठ के दौरान अपने सैनिकों के मरे हुए शवों को लेने से इनकार कर देता है उसको बॉर्डर सील कर देना, वीजा को खत्म कर देना, एंबेसी में स्टाफ की कमी कर देना, सिंधु पानी समझाने के ऊपर रोक लगा देना आदि पर्याप्त नहीं है। भारत की सरकारें कब तक अपने सैनिकों व अन्य लोगों का खून बहाती रहेगी। स्वतंत्रता के पश्चात 1948, 1965, 1971, 1999 के कारगिल घुसपैठ के अलावा भी पाकिस्तान आतंकवाद के द्वारा कई वर्षों से भारत के सैनिकों के साथ मुठभेड़ करते रहते हैं और हर 15 दिन के पश्चात हमारे शहीद सैनिकों के शरीर तिरंगे में लिपट कर आते रहते हैं।
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पूरी दुनिया में भारत के प्रधानमंत्री व भारत की शाख
भारत के ही लोगों की रक्षा करना व पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को खाली कराने में आज तक असफलता ही हाथ लगी है। भारत की पिछली सरकारों के साथ वर्तमान सरकार के प्रधानमंत्री अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर बहुत बड़े-बड़े राष्ट्रीय अध्यक्षों के साथ मिलकर लंबी देर तक गले लगते हैं तथा भारत व अपने देश को ऊंचा बनाए रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने लंबा समय बीतने के बाद भी आज तक भारतवर्ष की सरकार न तो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को खाली करवा सकी और न ही आतंकवाद के ऊपर किसी भी प्रकार की रोक लगा सकी है।