3.60 लाख खर्चने के बावजूद फिर ठप पड़ा हॉस्पिटल का पीएसए प्लांट
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित पीएसए प्लांट सफेद हाथी बनकर रह गया है। इस प्लांट के हांप जाने से अस्पताल प्रशासन को अब ऑक्सीजन की मांग पूरी करने के लिए सिलेंडर खरीदने पड़ रहे हैं। इससे पहले भी यह प्लांट वर्ष 2023 में खराब हो गया था, तब करीब 3.60 लाख रुपए खर्च कर इससे ठीक किया गया था। अस्पताल प्रशासन की माने तो ऑक्सीजन सिलेंडर का अस्पताल में बहुत कम इस्तेमाल किया जाता है। अब इसमें फिर से तकनीकी खराबी सामने आई है। ऐसे में अब सोलन हॉस्पिटल में मरीजों को सांस देने के लिए बाहर से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने पड़ रहे हैं। इससे जहां एक तरफ सरकार पर इसका आर्थिक बोझ पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पीएसए प्लांट बार-बार खराब होने से विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों की घेरे में आई है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से फिलहाल मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न पड़े, इसके लिए प्राप्त मात्रा में सिलेंडर तो मंगवा लिए गए हैं, लेकिन करोड़ों रुपए की लागत से स्थापित यह पीएसए प्लांट अब धीरे-धीरे सफेद हाथी ही बनता जा रहा है