लोग ढाई दशक से इलाज को तरसे
चौपाल उपमंडल की दूरदराज ग्रामपंचायत किरण के कयूंथोली में पूर्व भाजपा और कांग्रेस सरकार द्वारा एक पीएचसी का दो बार उद्घाटन किया गया, परंतु यह स्वास्थ्य केंद्र जमीन पर कहीं भी नजर नहीं आ रहा है, जिसका नतीजा यह है कि पंचायत के करीब एक दर्जन गांवों के लोग ढाई दशक से इलाज को तरस गए है। पंचायत के लोगों को बच्चों के टीकाकरण और अन्य बीमारी के इलाज के लिए भी तीस किलोमीटर दूर उत्तराखंड के त्यूणी जाना पड़ता है। ग्रामीणों के अनुसार उत्तराखंड के लोग भी किरण के लोगों का यह कह कर उपहास उड़ाते है कि बच्चों के टीकाकरण के लिए त्यूणी आने वाले यह हिमाचल के उस क्षेत्र के लोग है जहां पर पीएचसी का दो दो बार उद्घाटन हो चुका है। ग्राम पंचायत के थंगाड़ वार्ड मेंबर देवेंद्र सिंह ने इस पीएचसी की कहानी सुनाते हुए आरोप लगाए कि इस का 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने चुनाव से पहले नौ अक्तूबर को उद्घाटन किया था, जिसे भाजपा सरकार ने डिनोटिफाई कर दिया और फिर जाते जाते 14 अक्तूबर 2022 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल ने एक बार फिर उद्घाटन कर पंचायत के भोले भाले लोगों को बेवकूफ बना डाला। हद तो तब हो गई जब वर्तमान सरकार ने सत्ता संभालते ही इसे एक बार फिर डिनोटिफाई कर पिछले साल एक बार फिर इसका उद्घाटन कर डाला सरकार द्वारा किए जा रहे इस मजाक से क्षेत्रवासी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे है। थंगाड वार्ड के सदस्य देवेंद्र ने बताया कि एक उद्घाटन पट्टिका किसी के घर के अंदर तो एक किसी के घर के बाहर दीवार पर सुसज्जित है। देवेंद्र ने बताया कि कई वर्ष पूर्व थंगाड़ में एक डिस्पेंसरी हुआ करती थी, जोकि 8 अगस्त 1998 को पहाड़ी से गिरे एक पत्थर की चपेट में आकर तहस नहस हो गई थी।
स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की उठाई मांग
किरण पंचायत के वरिष्ठ नागरिक विजय जुर्टा, पूर्ण चंद शर्मा, राकेश सिंगटा, वार्ड मेंबर थंगाड़ देवेंद्र चौहान, पूर्व उप प्रधान करम सिंह एवं दलिया सिंह, कुंदन सिंह पूर्व वार्ड मेंबर रीना देवी, गुमान सिंह, महिला मंडल प्रधान सीमा चौहान, शीला चौहान, आदि ने मुख्यमंत्री सुक्खू से गुहार लगाईं है कि ग्राम पंचायत किरण में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए भूमि का चयन होने तक इसे किसी निजी भवन में चलाया जाए ताकि लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके ।