एफपीओ करेगा किसानों को केंचुआ खाद और हल्दी की खेती के प्रति जागरूक, बीज और खाद भी होगी उपलब्ध
धर्मपुर किसान उत्पादक संघ-एफ़पीओ जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई वर्मीकम्पोस्ट खाद के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर शिविर आयोजित करने जा रही है और वर्मीकम्पोस्ट खाद की बिक्री भी करेगी।एफ़पीओ के अध्यक्ष सत्तपाल सिंह चौहान और योजना सचिव डॉ कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि 10 अप्रैल को टिहरा 11 को मढ़ी 13 को मंडप और 17 को संधोल में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें केंचुआ खाद तैयार व इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा भूमि पर हल्दी की बिजाई करने बारे तथा उसके लिए बीज की मांग लेकर उपलब्ध करवाया जाएगा। इसी तरह वर्तमान सीज़न में उगाई जाने वाली सब्जियों के बीज भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।डॉक्टर कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि वर्मीकम्पोस्ट खाद बड़े पैमाने पर नाल्ड गौसदन में कार्य शुरू हो गया है और अब वहीं पर इसका विस्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये खाद शिवा परियोजना के तहत लगे बगीचों के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी और यदि यहां लगे सभी कलस्टरों में इसे इस्तेमाल किया जाता है तो इसकी मांग बहुत ज्यादा होगी, वहीं हिमाचल सरकार ने जैविक विधि से तैयार की गई हल्दी और मक्की का खरीद मूल्य भी बढ़ाया है जिससे अब किसानों में इसे बीजने का एक रूझान बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आजकल पौधों में फ्लॉवरिंग शुरू हो गई है इसलिए आजकल इसे पौधों को देना बहुत ज्यादा लाभदायक सिद्ध होगा। इसके अलावा किसी भी फ़सल को यदि जैविक खाद से तैयार किया जाता है तो वह स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक होती है और उसके रेट बाजार में ज्यादा मिलते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि एफपीओ जल्दी ही भराड़ी में हल्दी पाउडर बनाने का प्लांट लगाने जा रहा है जिससे किसानों द्धारा तैयार की जाने वाली हल्दी की खरीद भी एफपीओ ही करेगा और किसानों को उससे और फायदा होगा उन्हें मॉर्केटिंग की कोई समस्या नहीं आएगी। उन्होंने धर्मपुर के सभी किसानों से आह्वान किया है कि वे इस सीजन में ज्यादा से ज्यादा भूमि पर हल्दी की बिजाई करें और उसमें वर्मीकम्पोस्ट खाद का इस्तेमाल करें।