किसानों को बताया सब्जी फसलों में प्राकृतिक खेती का महत्व, कुल्लू के 33 किसानों ने प्रशिक्षण में लिया भाग
कृषक प्रशिक्षण केन्द्र सुंदरनगर में “प्राकृतिक खेती में क्षेत्र अभ्यास के साथ आम और विदेशी सब्जियों पर खेती के तरीके” पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के जिला कुल्लू के 33 किसानों ने भाग लिया। प्रशिक्षण की शुरुआत में प्रधानाचार्य कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर डॉ. प्राची और समन्वयक डॉ. सुधीर ने प्रशिक्षण के बारे, प्राकृतिक खेती की अवधारणा, उसके फायदे और जरूरत पर बल दिया तथा आम और विदेशी सब्जियों पर खेती के तरीके पर चर्चा की। डॉ. हितेंदर सिंह परियोजना उप निदेशक आत्मा मंडी द्वारा किसानों को सब्जी फसलों में प्राकृतिक खेती का महत्व और दायरा की जानकारी दी तथा प्राकृतिक घटक की तैयारी पर व्यावहारिक अभ्यास कारवाया। प्रशिक्षण के दौरान किसानों को प्राकृतिक खेती में सामान्य तथा विदेशी सब्जी फसलों की खेती, सब्जी पौध उत्पादन और नर्सरी प्रबंधन, कुशल जल उपयोग प्रौद्योगिकियां, कृषि-पारिस्थितिकी तंत्र का विश्लेषण, कीट प्रबंधन पद्धतियां, प्राकृतिक खेती में देशी गाय का महत्व, वापसा और खरपतवार प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही किसानों को बिलासपुर के विकास खंड घुमारवीं में प्राकृतिक खेती कर रहे प्रगतिशील किसान ब्रह्म दास के खेतों का भ्रमण करवाया गया तथा पद्मश्री हरिमन शर्मा ने बिलासपुर जिले में सेब उत्पादन पर अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में डॉ. शकुंतला राही कृषि वैज्ञानिक, डॉ. भूषण, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. भारत भूषण, डॉ. राजीव, डॉ. सुधीर, सेवानिवृत जिला परियोजना प्रबन्धक डॉ बाम देव शर्मा ने किसानों को प्रशिक्षित किया।