फोरलेन निर्माण की पूर्णता तक रोकें टोल टैक्स: कौंडल, बेसहारा पशुओं से सड़कों को दिलाएं मुक्ति
लोगों के द्वारा बार-बार मांग करने के बावजूद मंडी नगर निगम बेसहारा पशुओं को सड़क से हटाने में नाकाम रहा है। निगम के वार्ड गुटकर और दौधी में सेंकड़ों पशु सड़कों पर बेसहारा घूमते देखे जा सकते हैं। वाहन चालकों के लिए ये पशु हर वक्त जान के लिए खतरा बने हैं। अनकों वाहन दुर्घटना का शिकार भी हो चुके हैं। बेसहारा देखकर इन पशुओं के साथ लोगों द्वारा क्रूरता का व्यवहार किया जा रहा है। यह कानूनन गलत है। उल्लेखनीय है कि साल 2015 में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय शिमला द्वारा आदेश पारित किए थे कि संबंधित जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिलों में एक महीने के अंदर सभी सड़कों को बेसहारा पशुओं से खाली करेंगे। इसके बावजूद भी आज तक इस समस्या से सड़कों को मुक्त नहीं किया जा सका है। अभी हाल ही में सुंदरनगर नलवाड़ के बहाने लोगों ने बाहर से पशु लाकर सड़कों में छोड़ दिए हैं। ये सड़कों पर दुर्घटना का कारण बनते जा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता व जन समाधान केंद्र के संचालक बीआर कौंडल का कहना है कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण टोल टैक्स का लाखों रुपये प्रति माह वाहन चालकों से इकट्ठा कर रहा है लेकिन लोगों को न तो सही सड़क बना कर दे पाया और न ही सड़क पर वाहन चलाने के लिए सुरक्षित रास्ता। उन्होंने सरकार से मांग है कि इन बेसहारा पशुओं को शीघ्र सड़कों से हटा कर गौशाला में भेजा जाए, ताकि लोगों की जान माल के साथ- साथ इन पशुओं के जीवन की भी रक्षा की जा सके।
उन्होंने यह भी मांग की है कि जब तक फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग का काम पूरा नहीं होता और इन पशुओं से सड़कों को निजात नहीं मिलती तब तक वाहन चालकों से टोल टैक्स लेना बंद किया जाए।