प्रदेश में 350 परियोजनाएं सूखे की चपेट में
हिमाचल प्रदेश में जलसंकट पैदा हो गया है। यह वह है जो छोटे और सोलन में पीने के पानी के लिए हाहाकार मच गया है। भीषण गर्मी के बीच दोनों भाइयों के हजारों पैसों को पांचवें से छठे दिन पानी मिल रहा है। विभाग ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए सेवा प्रदाता को लेकर रिपोर्ट भी तैयार कर दी है। विभाग के अनुसार प्रदेश में कुल 10,067 किसान हैं। इनमें से ज्यादातर जलस्तर घट गया है। वहीं, 350 प्रीमियम ऐसे हैं जो लगातार सूख रही हैं। इनमें भी 165 फीट ऐसी हैं कि पानी का जलस्तर 80 फीट तक घट गया है। इनमें 165 भी जिला लघु एवं सोलन की 102 पंचायतें शामिल हैं। इनमें से कुछ जलस्तर इतना कम हो गया है कि जलशक्ति विभाग के टैंक तक भर नहीं रहे हैं। यदि गर्मी का कहर ऐसे ही जारी रह रहा है तो आने वाले दिनों में अत्यधिक चिंताग्रस्त होने वाले हैं। गहरे जलसंकट के बीच जलशक्ति विभाग के हाथ भी खड़े हो गए हैं। उदासीन प्रस्तावना स्रोत से जनता को कैसे राहत मिले, यह समझ में नहीं आ रहा। ऐसे में वैकल्पिक स्रोतों से भी पानी उठाने के झंझट नहीं हो रहे हैं।