वीआईपी की गाड़ी लोगों पर पड़ रही भारी लोगों के उठे सवाल, प्रतिबंधित मार्ग पर सुरक्षित नहीं लोग
राजधानी में वीवीआईपी लोगों का सफर आम लोगों पर भारी पड़ रहा है। प्रतिबंधित मार्ग पर वीवीआईपी लोगों को ही चलने की अनुमति है फिर भी यहां पर उनके चालक कुछ इस तरह से गाड़ी चला रहे है कि सड़क पर पैदल चल रहे आम लोग सुरक्षित नहीं चल पा रहे है। आए दिन यहां पर लोग अपनी जान गवां रहे हैं। ऐसा ही मामला शुक्रवार को ओकओवर के पास सामने आया है। यहां पर एक हाइकोर्ट के जज की गाड़ी ने सड़क पर सो रही मजदूर की 3 साल की बच्ची को ही कुचल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई है। जिस दौरान यह हादसा हुआ वहां पर तैनात लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। बच्ची को सड़क पर से उठाया और उपचार के लिए आईजीएमसी पहुंचाया। जहां पर उसकी मौत हो गई है। मृत बच्ची के मां-बाप झारखंड के रहने वाले है और शिमला में काफी समय से मजदूरी का काम करते हैं। मजदूरो ने बच्ची को सड़क में सुलाया था और स्वयं काम कर रहे थे तभी सामने से गाड़ी आई और चालक ने बच्चे के उपर ही चढ़ा दी। मामले को लेकर पुलिस की जांच जारी है। पुलिस मामले को लेकर हरएक पहलू को खंगाल रही है। आखिर गाड़ी के चालक को इस दौरान क्या हुआ और कैसे गाड़ी को बच्ची के उपर गाड़ी चढ़ा दी पुलिस इसका पता लगा रही है।
सड़क पर कुचले जाने से कई लोगों की हो चुकी मौत
सड़क पर गाड़ियों द्वारा राहगीरों को कुचले जाने से कई राहगीरों की मौत हो चुकी है। बीते साल ओल्ड बस स्टैंड पर एक एचआरटीसी की बस द्वारा एक सड़क पर जा रहे राहगीर को कुचला था। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई थी। निगम बिहार में पार्किंग में एक गाड़ी द्वारा मासूम बच्ची को गाड़ी बैक करते हुए कुचल गई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी। वहीं लिफ्ट के समीप सड़क पर कर रही महिला को तेज रफ्तार से आ रही निजी बस ने महिला को कुचला था जिससे महिला की मौत हो गई थी।
प्रतिबंधित मार्ग पर बिना पास के चल रहे कई लोग
शिमला के प्रतिबंधित मार्ग पर कई लोग बिना पास के चल रहे हैं। यहां पर कुछ गाड़ियों की तो पुलिस चौकिंग करती है कई बिना पास के ही घूस जाते है। हालांकि कई बार तो रिज व माल रोड पर भी पुलिस ने बिना पास वाली गाड़ियों को पकड़ा है। प्रतिबंधित मार्ग को लेकर पुलिस को थोड़ा अर्लट रहने की आवश्यकता है। तभी इन मार्गों पर लोग सुरक्षित रह सकते है। वहीं गाड़ियों की स्पीड को भी यहां पर चौक किया जाना चाहिए।