लो वोल्टेज बनी मुसीबत, जनरेटरों के सहारे पेयजल योजनाएं
विद्युत विभाग मंडल फतेहपुर में कुछ जगहों पर बिजली की कम वोल्टेज स्थानीय लोगों के साथ-साथ जल शक्ति विभाग के लिए सिरदर्द बन गई है। जल शक्ति विभाग को मजबूर किराए पर जनरेटर मंगवा कर अपनी पेयजल योजनाओं को चलाना पड़ रहा है। इन पेयजल योजनाओं को चलाने के लिए 135*2 जनरेटर की जरूरत पड़़ रही है, जो कि विभाग को पड़ोसी राज्य से मंगवाने पड़़ रहे हंै। कई इलाकों में तो पानी की सप्लाई टैंकरों के माध्यम से दी जा रही रही है।
जल शक्ति विभाग की मानें तो अधिकारी अपनी देखरेख में पानी के टैंकर गांवों को भेज रहे हैं और कुछ पानी की स्कीमों को जनरेटरों से चलाया जा रहा है। अधिकारी खुद फिल्ड में मोर्चा संभाले हुए हैं। लगभाग सभी कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है और कर्मचारियों व अधिकारियों को फिल्ड में रहने के आदेश जारी किए गए हैं। जल शक्ति विभाग मंडल व उपमंडल फतेहपुर के अधिन जोली मलहंता व बैह मलहंता पेयजल योजनाओं को लो वोल्टेज के चलते 135*2 जनरेटरों से चलाया जा रहा है, जिससे दो पंचायतों की करीब दो दर्जन गावों जोहली, मलहंता, दियाणा, धौलपुर, छतराल, जंजाल, भटोली सम्याला, क्यारी में पानी की स्पलाई देकर लोगों के सूखे गलों को तर किया जा रहा है।
लो वोल्टेज के चलते क्षेत्र में जल संकट पैदा हो गया है।