उपचुनाव की नई बिसात: फिर से उपचुनाव लड़वाने की संभावना का दांव चलने को आंका जा रहा नफा-नुकसान
हिमाचल प्रदेश में नौ विधानसभा क्षेत्रो में उपचुनाव के हालात बनाने के नए सियासी समीकरण बन सकते हैं। तीन निर्दलीय विधायकों से इस्तीफा दिलाकर उनसे फिर से उपचुनाव लड़वाने की संभावना का दांव चलने के नफा-नुकसान को आंका जा रहा है। राज्यसभा सदस्य के पद के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस के छह बागियों ने जहां भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी, वहीं तीन निर्दलीय विधायकों केएल ठाकुर, आशीष शर्मा और होशियार सिंह ने भी भाजपा उम्मीदवार को ही वोट डाले थे। बावजूद भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन राज्यसभा सांसद बन गए। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी राजधानी शिमला से सटे छराबड़ा से हिमाचल की राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि वीरवार को प्रदेश के कुछ वरिष्ठ नेताओं से प्रियंका गांधी ने फोन पर संगठन और सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर फीडबैक लिया। लोकसभा चुनाव और विधानसभा के उपचुनाव में प्रत्याशी तय करने के लिए भी प्रियंका गांधी फोन के माध्यम से जानकारियां जुटा रही हैं।
दूसरी ओर राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ दे चुके तीनों निर्दलीय विधायक विधायकी छोड़कर दोबारा से चुनाव में जा सकते हैं। इसके संकेत खुद एक निर्दलीय विधायक ने ही दिए हैं कि उनके पास यह भी एक विकल्प है। अगर यह तीनों दोबारा चुनाव लड़ते हैं तो भाजपा से टिकट लेने की स्थिति में ही इस शर्त को मान सकते हैं।