पैदल यात्रा भारत कर लिखेंगे संस्कृति और सभ्यता पर पुस्तक
भारत के राज्यों की अलग-अलग रस्मों रिवाजों व संस्कृति के परिचय के लिए भगवान बुद्ध की पावन स्थली कुशीनगर गोरखपुर निवासी 25 वर्षीय रोविंग सनोज घर से पैदल ही भारत भ्रमण पर निकल पड़े हैं। हाथ में तिरंगा झंडा थामे और पीठ पर करीब 25 किलो भार लादे रोविंग सनोज जो केमिकल इंजीनियर भी है। वे जब वे मंडी से यहां आते समय गांव जरल के फोरलेन पर पहुंचे तो उनकी भेंट दैनिक समाचार पत्र अनंत ज्ञान के पत्रकार भीम बसेड़ू से हुई। उन्होंने बहुत ही सहज होकर बताया कि वे देश की संस्कृति एवं सभ्यता से परिचित होने के साथ अन्य लोगों को परिचित कराने के लिए एक पुस्तक निकालना उनकी भावी योजना में शामिल है जिसे वे अपना सौभाग्य समझेंगे वहीं उन्हें आत्मसंतुष्टि भी मिलेगी। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रोविंग ने अपना नाम सनोज कुमार कुशवाह भीम बताया जो स्वयं को राम भगवान का वंशज भी मानते हैं। रोविंग के अनुसार जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख होते हुए वे लाहौल-स्पीति कुल्लू मंडी होकर पैदल चलकर आए हैं, रास्ते में कई भले लोगों ने उन्हें सर आंखों पर बिठाया। वह रोज 25 से 30 किलोमीटर पैदल चलते हुए लोगों का रंग रिवाज देख एवं समझ रहे हैं और यह सब लिख कर अपने पास सुरक्षित रख रहे हैं। रात्रि विश्राम के लिए उन्हें धार्मिक स्थलों सहित रैन बसेरा, स्कूल, सामुदायिक भवन आदि का आसरा मिल ही जाता है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में अनेकों भगवती दुर्गा माता के यहां मत्था टेका वहीं कुल्लू में पांच दिन ठहरकर कुल्लू दशहरा उत्सव का लुत्फ उठाया साथ ही मनु महाराज, बिजली महादेव, हिडिंबा माता आदि के दर्शन कर स्वयं को भाव विभोर बताया। खुश नजर आए लंबे कद काठी के मालिक हौसले से भरे रोविंग सनोज का कहना है कि आगे की यात्रा में बिलासपुर शिमला सोलन आदि पार कर उत्तराखंड चंडीगढ़ पंजाब हरियाणा व दिल्ली का भ्रमण करने सहित फिर उतर प्रदेश का एक-एक जिला घूमना है। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि किसी भी तरह का नशा न कर अपनी उर्जा का इस्तेमाल देश की तरक्की और समाज की भलाई के लिए करें।