नशे की उपलब्धता ही युवा को खराब कर रही है : ओपी शर्मा हिमाचल ही उड़ता पंजाब बनने जा रहा-ओपी शर्मा
संस्कार सोसाइटी ड्रग को खत्म करने का प्रदेश का बड़ा काम कर रही यह बात मुख्यवक्ता ओम प्रकाश शर्मा पूर्व नारकोटिक अधिकारी एवं पूर्व संयोजक नशा निवारण कमेटी हिमाचल प्रदेश ने कही। उन्होंने कहा कि हमारा भारत देश दो बड़े ड्रग देशों के बीच है जो देश ड्रग पैदा करते है। उन्होंने कहा मि पाकिस्तान आईएसआई कि मदद से ड्रग की बहुत बड़ी खेती कर रहा है । उन्होंने कहा कि नशे की उपलब्धता ही युवा को खराब कर रहे है। सरकार को इस पर कठोर से कठोर निर्णय लेने होंगे । 1985 एक्ट तहत प्रदेश में चार एजेंसी या विभाग है जिनका काम एंटी ड्रग के लिये काम करना है। लेकिन केवल एक ही विभाग पुलिस विभाग ही काम कर रहा है । उन्होंने कहा कि अगर तीन वर्षों में प्रदेश को इस चिट्टे से बचाया नही गया तो हिमाचल प्रदेश का भी पंजाब की तरह हालात हो जाएगी । पंजाब में प्रेगा और फेंटानील जैसे ड्रग बिकना शुरू हो गई है जोकि चिट्टा से 40% खतरनाक है । इसे बचने के लिए आधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट की आवश्यकता है और मॉडर्न नशामुक्ति केंद्र बनाने होंगे । आज डार्क नेट (इन्टररनेट) से कमरे में ड्रग सप्लाई हो रही है और आज डार्क नेट बहुत बड़ी चुनोती है । समाज से नशे को खत्म करने के लिए हमे बिना राजनीतिक के एक होकर काम करके युवा पीढ़ी को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संस्कार सोसाइटी घुमारवीं अगेंस्ट चिट्टा अभियान में नेशनल लेवल की तरह साइंटिफिक लेबल से काम कर रही है। वही मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता शीतल वर्मा ने कहा कि चिट्टा नामक नशे को खत्म करना एक व्यक्ति का काम नही है। इसके लिये हम सभी को काम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अध्यापको को भी अपनी क्लास में 5 मिनट के लिए बच्चो को एंटी ड्रग के प्रति जानकारी देनी चाहिए और बच्चो को साफ वातावरण देना पड़ेगा ताकि बच्चे अध्यापक के साथ हर बात सांझा करे । बच्चो के पास गोल होगा तो बच्चा ओर कही नही होगा और फिर अपने गोल की तरफ ही जायेगा । उन्होंने कहा कि में आज तक 8 लाख बच्चों से इंटरेक्शन कर चुकी हूं । अभिभावको को बच्चो के साथ हर रोज चर्चा करनी चाहिए की वो स्कूल में क्या करते है । हमे बच्चों को ड्रग के बारे में बताना होगा कि ये हमारे घर का कल्चर नही है ।
उन्होंने यूथ से कहा कि किसी भी परिस्तिथि में ड्रग नही लेना है । यूथ को देखना होगा कि ड्रग हमे कुछ नही देती लेकिन हमारा सब कुछ ले लेती है।