दुकानों, ढाबों का किया औचक निरीक्षण
संयुक्त टीम के द्वारा पैन इंडिया रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन कैंपेन ऑफ चाइल्ड एंड एडोलसेंट ने भरमौर में दुकानों, ढाबों, होटलों आदि का औचक निरीक्षण किया। वहीं, लोगों को बालश्रम की बुराई के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान दुकानदारों व ढाबा संचालकों को बताया गया कि वे छोटे बच्चों को दुकान तथा घर में काम पर न रखें। इसके साथ-साथ लोगों को बताया कि बालश्रम से जुड़ी किसी भी सूचना को जिला बाल संरक्षण इकाई चंबा, चाइल्ड हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर-1098 व पुलिस की आपातकालीन सेवा 100, 112 नंबर पर दिया जा सकता है। बाल श्रम से जुड़ी किसी भी सूचना के संबंध में सूचना देने वाले का नाम व पता गुप्त रखा जाता है। यदि कोई माता-पिता अपने बच्चों को किसी के घर, दुकान, ढाबों, फेक्टरियों अथवा अन्य जगह पर बाल श्रम में धकेलते हैं या कोई नियोक्ता छोटे बच्चों को काम पर रखता है, तो ऐसी स्थिति में माता-पिता व नियोक्ता दोनों के विरुद्ध कड़ी सजा एवं जुर्माने का प्रावधान है। अत: जनता से आह्वान किया कि यदि कहीं भी बालश्रम के कारण बच्चों के अधिकारों का हनन होता है, तो इसकी सूचना देना सुनिश्चित करें तथा बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए इस पुनीत कार्य में अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करें। अभियान के दौरान कोई भी बच्चा बाल-मजदूरी करता हुआ नहीं पाया गया। इस अवसर पर टीम की ओर से लोगों के साथ भी संवाद किया गया व बाल-मजदूरी बाल-विवाह एवं बाल-शोषण जैसी बुराई के संबंध में बच्चों को जागरूक किया गया। इस दौरान टीम में एसडीएम भरमौर अभिषेक सिंह ठाकुर, लेबर इंस्पेक्टर चंबा ऋषभ चौधरी, जिला बाल कल्याण समिति से निशा बहल, जिला बाल संरक्षण इकाई से विधि एवं परिवीक्षा अधिकारी माला शर्मा, जिला बाल संरक्षण इकाई से परामर्शदाता स्नेह शर्मा, चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा से सुपरवाइजर विक्की जरयाल व केस वर्कर लविंद्र कुमार, प्रेरणा दि इंसपिरेशन संस्था से शिशु आर्यन सहित पुलिस कांस्टेबल सीमा ठाकुर व रीता रतन उपस्थित रहे।