जिला प्रशासन की पहल पर बाल आश्रमों के बच्चों ने समझी सेना भर्ती की प्रक्रिया
जिला प्रशासन व रेडक्रास सोसायटी की पहल पर वीरवार को बाल आश्रमों में रहने वाले बच्चों ने भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए आरम्भिक जानकारी व व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। मंडी के पड्डल मैदान में जारी अग्निवीर भर्ती के अवसर पर इन बच्चों के लिए उपायुक्त अपूर्व देवगन के प्रयासों से विशेष मार्गदर्शन सत्र आयोजित किया गया, जिसमें सेना के अधिकारियों ने भर्ती के विभिन्न पहलुओं पर बच्चों को जानकारी प्रदान की। हाल ही में दीपावली के अवसर पर उपायुक्त ने जिला में स्थित विभिन्न बाल एवं वृद्ध आश्रमों का दौरा किया था। इस दौरान दिव्य मानव ज्योति सेवा ट्रस्ट डैहर तथा बाल वृद्ध अनाथ आश्रम तल्याहड़ के आवासीय बच्चों ने उनसे सेना में भर्ती होने के अपने लक्ष्य का उल्लेख किया था। इसके उपरांत जिला प्रशासन ने सेना भर्ती कार्यालय से समन्वय स्थापित किया और इन बच्चों के मार्गदर्शन के लिए पड्डल मैदान में विशेष सत्र की रूपरेखा तैयार की गई। वीरवार के इस सत्र में जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव ओपी भाटिया के नेतृत्व में दिव्य मानव ज्योति सेवा ट्रस्ट डैहर के जमा दो कक्षा के छात्र सशांत, आर्यन, विपिन, बॉबी तथा युवराज और बाल वृद्ध अनाथ आश्रम तल्याहड़ के जमा दो कक्षा के ऋतिक, जमा एक कक्षा के सुधांशु व कुलविंदर तथा दसवीं कक्षा के एकलव्य ने भाग लिया। इस दौरान उन्होंने सेना भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की और शारीरिक परीक्षण की बारीकियां समझीं। बच्चों ने 1.6 किलोमीटर दौड़ व अन्य परीक्षणों का पूर्वाभ्यास भी किया। सेना के अधिकारियों से मिलकर यह बच्चे भारतीय सेना के माध्यम से देश सेवा के लिए प्रेरित हुए। यहां पहुंचे बच्चों ने इसके लिए उपायुक्त अपूर्व देवगन तथा जिला रेडक्रास सोसायटी का विशेष तौर पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सैन्य अधिकारियों से प्राप्त मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से देश सेवा की उनकी इच्छाशक्ति और भी सुदृढ़ हुई है। इससे उन्हें भविष्य में होने वाली भर्ती में बेहतर करने का हौसला भी मिला है। तल्याहड़ आश्रम के एकलव्य तथा डैहर आश्रम के युवराज ने कहा कि उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लगा और वे सेना में भर्ती होने के लिए पूरी मेहनत करेंगे।