फोटो युक्त आइडी बनाने के आदेशों पर दुकानदारों ने जाहिर की खुशी, कहा पहचान और नेम प्लेट लगाना है जरूरी
जिला हमीरपुर में भी दुकानदारों के फोटो युक्त आईडी बनाने के लिए सरकार के आदेशों पर दुकानदारों ने खुशी जाहिर की है। हिमाचल प्रदेश में सभी भोजनालयों, रेहड़ी- फेडी और फास्ट फूड काउंटरों पर अब तहबाजारियों व काउंटर ऑनर की फोटो आई.डी. पहचान पत्र यानी नेम प्लेट होनी चाहिए। इस दौरान हमीरपुर बाजार के लोगों के साथ बातचीत की गई और इसमें इस फैसले को हमीरपुर बाजार के लोगों ने कहा है कि यह फैसला दुकानदार के हितों में है।
बातचीत के दौरान व्यापार मंडल के महासचिव अश्विनी जगोता ने बताया कि हर दुकानदार को अपनी पहचान और नेम प्लेट लगाना जरूरी है। इससे हमारा कोई भी नुकसान नहीं है और हमें अपनी पहचान जरूर बतानी चाहिए। हमें अपनी दुकानों के बाहर अपने नाम के प्लेट लगना जरूरी है। इससे किसी का भी कोई भी नुकसान नहीं होने वाला है।
वहीं स्थानीय दुकानदार विजय वर्मा का कहना है कि या बहुत ही अच्छी बात है की अपनी नेम प्लेट चाहे दुकानदार हो या फिर रेडी वाले या एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि अब यह हिमाचल में भी लागू होगा या एक अच्छी बात है। और अपनी दुकानों के बाहर अपनी नेम प्लेट जरूर लगाए।
दुकानदार सुशील शर्मा का कहना है कि मैं भी एक दुकानदार हूं। मैंने अपनी पहचान भी बताई है और इसमें कोई भी बुरी बात नहीं है। अगर कोई अपनी पहचान छुपाता है तो वह बुरी बात है। इसलिए रेडी वाले या दुकानदार पहचान को ना छुपाए या बुरी बात है।
अश्विनी का कहना है कि हर दुकानदार को अपनी पहचान और नेम प्लेट लगाना जरूरी है। इससे हमारा कोई भी नुकसान नहीं है और हमें अपनी पहचान जरूर बतानी चाहिए। हमें अपनी दुकानों के बाहर अपने नाम के प्लेट लगना जरूरी है। इससे किसी का भी कोई भी नुकसान नहीं होने वाला है।
विजय वर्मा का कहना है कि या बहुत ही अच्छी बात है की अपनी नेम प्लेट चाहे दुकानदार हो या फिर रेडी वाले या एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि अब यह हिमाचल में भी लागू होगा या एक अच्छी बात है। और अपनी दुकानों के बाहर अपनी नेम प्लेट जरूर लगाए। मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पिछले कल इस संबंध में शहरी विकास विभाग व नगर निगम शिमला के अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं। फोटो युक्त आई.डी. बनाने के लिए निगम जल्द ही अपने स्तर पर प्रक्रिया शुरू करे, ताकि जल्द ही यह व्यवस्था शिमला सहित अन्य जिलों में शुरू हो सके। इससे बाहरी राज्यों से अवैध तरीके से आने वाले तहबाजारियों पर रोक लग सकेगी।