16 दिन से धरने पर बैठे नाहन की ग्राम पंचायत पडदूनी सहित कई पंचायतों के लोग
विधानसभा क्षेत्र नाहन की ग्राम पंचायत पडदूनी सहित कई पंचायतों के लोग 16 दिन से धरने पर बैठे हैं। दरअसल, इस क्षेत्र में घुमन्तु गुर्जर आ रहे हैं। जिनसे परेशान दर्जनों ग्रामीण वन विभाग व जिला प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठे हुए है। ग्रामीणों ने सोमवार को विद्युत कार्यालय के बाहर वन मंत्री का पुतला फूंका।आरोप है कि यहां विद्युत विभाग और वन विभाग की भूमि पर घुमंतू गुर्जरों ने कब्जा किया है।
मगर कोई कारवाई नही हो रही है। वही यह गुर्जर स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। आरोप यह भी है कि गुर्जरों द्वारा क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियां की जाती है। अलग अलग राज्यों और क्षेत्रों के वाहन इस क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। यह प्रदर्शन 12 दिसम्बर से लगातार घुमंतू गुर्जरों के खिलाफ चला हुआ है।
मीडिया से बात करते हुए स्थानीय पंचायत की प्रधान सरोज व उपप्रधान गीता राम ने बताया कि घुमंतू गुर्जरों ने अब अवैध तरीक़े से पंचायत में अपने स्थाई डेरे बना दिए हैं और यह लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए है। उन्होंने कहा कि गुर्जरों को परमिट किसी और जगह की जारी किए गए हैं और यहां वह अवैध तरीके से रह रहे हैं। जिसका स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घुमंतू गुर्जरों के यहां रहने से गांव में पशुओं के लिए चारे की समस्या भी लगातार बढ़ रही है। लोगों का कहना है कि गुर्जरों ने वन व विद्युत विभाग की भूमि पर कब्जा किया हुआ है उसके बावजूद कोई कार्रवाई उनके खिलाफ नहीं होती है।
वही धरने पर बैठे लोगों के समर्थन में उतरे आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व समाजसेवी नाथूराम चौहान ने कहा कि न तो पूर्व विधायक राजीव बिंदल और न ही अजय सोलंकी इस बारे में संज्ञान ले रहे हैं। ग्रामीणों में दहशत का माहोल है। और इस क्षेत्र में संदिग्ध लोगों के घुसने से कोई अनहोनी हो सकती है। गुर्जरों द्वारा यहां पशुओं की तस्करी भी की जा रही है। साथ ही यहां संदिग्ध गतिविधियों की भी अंजाम दिया जा रहा है। जिससे लोगों में भी डर का माहौल बना हुआ है। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि ग्रामीण कई दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं मगर कोई उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है।
इस दौरान वन मंत्री का पुतला फूंका गया और वन विभाग तथा विद्युत विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। साथ ही मौके पर कई पंचायतों के लोग मौजूद रहे।