अपनी मर्यादा भूल चुके हैं सुक्खू के मंत्री, नारी सम्मान को भी भूली सरकार सुक्खू के मंत्री हुए बेलगाम, कर रहे बड़े नेताओं का अपमान : चक्षु
हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी व पूर्व मीडिया कोऑर्डिनेटर (मुख्यमंत्री, हिमाचल सरकार) एडवोकेट विश्व चक्षु ने सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की वर्तमान सुक्खू सरकार के मंत्रियों की भाषा असंसदीय भाषा हो चुकी है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को सबसे पहले अपने मंत्रियों को आचरण कैसा होना चाहिए ये सिखाना चाहिए कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है। यहां स्कूलों के बच्चे भी आचरण को देखते हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू के मंत्री क्या संदेश प्रदेश और देश को देना चाहते हैं। हिमाचल प्रदेश एक सादगी, और अच्छे आचरण के लिए जाना जाता है तथा इसी अच्छे आचरण की वजह से हिमाचल और हिमाचलियत को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, परंतु मुख्यमंत्री सुक्खू के एक मंत्री जिस तरीके से अपनी भाषा का प्रयोग विधानसभा के अंदर और मीडिया के सामने कर रहे हैं वो निंदनीय है। विश्व चक्षु ने कहा कि नारी सम्मान भी नहीं दे रहे हैं। चुनाव के दौरान झूठे वादे कर महिलाओं को ठगने का प्रयास किया, 1500 रुपए देने की बात कही। उनके झूठे फॉर्म भरवाए गए। उन्हें गुमराह किया गया। अब सुक्खू सरकार टाल-मटोल कर रही है। तीखा जुबानी हमला बोलते हुए भाजपा नेता विश्व चक्षु ने कहा कि सुक्खू सरकार के एक मंत्री ने लोकसभा चुनाव में चुनी हुई एक महिला सांसद को अपशब्द कहते हुए यह कह डाला कि ‘कंगना रनौत ने हिमाचल के मंडी कुल्लू में आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा तब किया था जब सब कुछ शांत हो गया था। उन्हें बरसात में नहीं आना था, क्योंकि उनका मेकअप खराब हो जाता। ऐसे में पहचानना मुश्किल हो जाता कि वह कंगना हैं या उनकी मां हैं।’’ इस तरह की अभद्र टिप्पणी को सहन नहीं किया जाएगा। विश्व चक्षु ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष पर जिस तरह की भाषा शैली का एक मंत्री द्वारा विधानसभा के अंदर प्रयोग किया गया वह भाषा अशोभनीय है व उसे सहन नहीं किया जा सकता। उन मंत्री को तुरंत माफ़ी मांगनी चाहिए। आज हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति को कांग्रेस सरकार संभाल नहीं पा रही है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से चरमरा गई है। मुख्यमंत्री सुक्खू अपने मित्रों को खुश करने में लगे हुए हैं। बेरोजगारों की इस सरकार को कोई चिंता नहीं है। लाखों बेरोजगारों के लिए कांग्रेस सरकार कुछ नहीं कर पा रही है।