कूड़े-कचरे से घिरा बाल खेल एवं कसरत स्थल
धनोटू नेशनल हाईवे व बीएसएल परियोजना (बीएमबी) की नहर के बीच में बैठने -आराम फरमाने के लिए पक्के बैंच स्थापित किए गए हैं, वहीं बाल क्रीड़ा तथा कसरत को लेकर भी कुछ आधुनिक सामान कच्चे दूषित स्थान पर लगा दिया गया है जो दिन रात दोनों ओर की सड़कों से वाहनों के चलने से उड़ने वाली धूल फांकता रहता है और तरह-तरह के बास मारते कूड़े-कचरे आदि से भी यह स्थल प्रभावित है।इस स्थान पर न बाल उद्यान का बोर्ड लगा है और किस योजना के अंतर्गत यह बना है न ही कुछ और लिखा गया है। अगर यह मान लिया जाए कि यह बाल वाटिका एवं जिम स्थल है तो सवाल पैदा होता है कि क्या इस आधे -अधूरे स्थल को साफ सुथरा रखने के लिए सीमा दीवार, गेट, फुलवारी सहित बिजली -पानी की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए थी। जबकि इनमें से एक भी वाटिका के अनुरूप कार्य न कर बस आनन-फानन की सी हालत में सामान फैला कर रख देकर इतिश्री कर दी है। किस प्रावधान के तहत इस भूमि पर रखने की परमिशन किसने किसको दी बस गोलमोल यानि यहां अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ होती है। बुद्धिजीवी लोगों ने स्थानीय प्रशासन व प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार से पुरजोर मांग की है कि शीघ्र ही इस स्थल को स्वच्छता प्रदान कर उचित ढंग से संवारने के लिए कारगर कदम उठाए।कूड़े-कचरे से घिरा बाल खेल एवं कसरत स्थल