इस त्रासदी का सबसे बड़ा कारण है बढ़ती आबादी का विस्फोट
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि आज सबसे बड़ा एक ही समाचार चारों तरफ गंूज रहा है। वहराइच में नरभक्षी भेड़िया और बाघ ने 9 बच्चों और एक व्यक्ति को मार दिया। 50 गांव के लोग पहरा दे रहे हंै। पूरा विभाग भेड़ियों को पकड़ने और मारने में लगा है।
उन्होंने कहा कि वहंा कुछ गांव में इतनी गरीबी है कि कुछ घर बिना दरवाजे के है। सोते समय या तो परदा लगाते है या खाट खड़ी कर देते है। दुनिया के 190 देशों में 5 सबसे अमीर देशों में भारत का नाम है। परन्तु विकास ऐसा जिसमें कहीं अमीरी चमक रही है और कहीं गरीबी सिसक रही है। मकान में दरवाजा नही नही।
शान्ता कुमार ने कहा कि इस त्रासदी का सबसे बड़ा कारण है बढ़ती आबादी का विस्फोट। आबादी बढ़ेगी तो मकान चाहिए, मकानों के लिए जगह चाहिए और लकड़ी चाहिए। इस लिए बढ़ती आबादी के कारण जंगल कट रहे है। जंगलों की कमी के कारण जानवर गांव की ओर आ रहे है। भेड़िया या बाघ अगर एक बार मनुश्य का मांस चख ले तो उसे इतना स्वाद लगता है कि वह फिर नरभक्षी बन जाता है और केवल मनुष्य का ही शिकार करता है। डलहौजी के एक घर में एक भालु घुस गया। पांवटा के पास एक गांव में हाथी आ गये। पूरे देश से इस प्रकार के समाचार आ रहे है।
उन्होंने कहा कि यदि बढ़ती आबादी के विस्फोट को नही रोका गया तो हर प्रकार से ऐसी समस्याएं पैदा होगी। गरीबी, बेरोजगारी अपराध आत्महत्याओं के साथ साथ नरभक्षी पशु भी मनुष्य के लिए संकट पैदा करेंगे।
शान्ता कुमार ने कहा कि सरकार कानून द्वारा बढ़ती आबादी को रोके। अब तो पानी सिर से ऊपर चला गया है। आबादी रोकनी ही नही घटानी भी होगी। एक परिवार से केवल दो बच्चे और एक बच्चे के परिवार को अधिक सुविधाएं हो ताकि आबादी घटें। यदि न संभले तो भारत में कई जगह वहराइच की तरह नरभक्षी भेड़िया घूमते हुए मिलेंगे।