शुगर कन्ट्रोल आटा डिपुओं के माध्यम से सप्लाई करे सरकार भूपेन्द्र
एफ़पीओ धर्मपुर द्वारा रविवार को सुंदरनगर के त्रोट-कनैड्ड में आयोजित राज्य स्तरीय सहकारी समितियों के सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री मुकेश अग्निहोत्री और पंजीयक राज्य सहकारी सभाएं शिमला पुरथि को एफ़पीओ सचिव भूपेंद्र सिंह व ब्रिजलाल शर्मा के नेतृत्व में मांगपत्र सौंपा और उन्हें एफ़पीओ द्वारा बनाये शुगर कन्ट्रोल आटे, हल्दी पाउडर मिठाईयों इत्यादि के सैम्पल पारम्परिक तरीके से बने बांस के करन्ड्डूओं भेंट किये।एफ़पीओ में सम्मेलन स्थल पर बिक्री हेतु स्टॉल भी लगाया था जिसमें रखी कोदरे से बनी बर्फ़ी और लड्डुओं का स्वाद भी चखा जिसका संचालन रोहित गुलेरिया, पंकज और अजय विष्ट कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री को सौंपे मांगपत्र के माध्य्म से मांग की गई कि एफ़पीओ धर्मपुर द्धारा तैयार किये गए सुगर कन्ट्रोल आटे को खाद्य आपूर्ति निगम के माध्यम से राशन के डिपुओं में सप्लाई करने का निर्णय किया जाए और इसके लिए राज्य स्तर पर सभी एफ़पीओ और सहकारी समितियों के साथ तालमेल बना कर पाल्सी बनाई जाए। सचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि गत सप्ताह सरकार ने तीन जिलों में पॉयलेट स्तर पर तीन जिलों में मोटे अनाज के उत्पाद राशन वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं में सप्लाई करने का निर्णय लिया है जिसका एफ़पीओ स्वागत करता है। एफ़पीओ धर्मपुर पहले से ही मोटे अनाज का उत्पादन औऱ उपभोग बढ़ाने के लिए काम कर रहा है और अभी गत दीपावली पर 15 किविंटल कोदरे से बनी मिठाई बिक्री की है और मोटे अनाजों से बना सुगर कन्ट्रोल आटा तैयार किया है जिसमें प्रयोगशाला टेस्ट की रिपोर्ट में 17 प्रतिशत से अधिक प्रोटीन पाई गई है जो सामान्य से दोगुनी है। इसलिए सरकार को इस आटे को डिपुओं में सप्लाई करने का निर्णय लेने की जरूरत है जिससे सहकारी क्षेत्र में बना एफ़पीओ भी मजबूत होगा और दर्जनों लोगों को ग्रामीण क्षेत्र में रोज़गार भी मिलेगा। ये भी मांग की गई कि एफ़पीओ को मल्टी प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाए और मोबाईल मॉर्केटिंग के लिए वाहन भी उपलब्ध कराने के लिए मदद की जाए। इसके अलावा प्रशिक्षण व अध्ययन भृमण के लिए भी मदद करने की मांग की है।