स्थापना दिवस की बहाने ओपीएस की वाहवाही
हिप्र अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ दारा आयोजित स्थापना दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम स्थल की साज सजा से ऐसा लगता था कि आधा कार्यक्रम हिप्र न्यू पैंशन कर्मचारी महासंघ का है। मतलब इस कार्यक्रम के बहाने अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ व एनपीएसईए दिखे एक सिक्के के दो पहलू। यह एक सच्चाई है कि एनपीएसईए के सफल आंदोलन के बाद प्रदेश बने इस अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पुरानी पेंशन बहाली का प्रभाव अधिकतर देखने को मिला। मुख्य अतिथि आयुष मंत्री की अध्यक्षता में सभी वक्ताओं ने प्रदेश सरकार द्वारा पुरानी पेंशन बहाली के गुणगान करते हुए कर्मचारियों के हित में वर्तमान सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। कार्यक्रम स्थल के बाहर मुख्यातिथि के स्वागत में लगभग एक दर्जन बैनर लगे हूए थे। इसमें सात न्यू पेंशन कर्मचारी महासंघ से संबंधित थे। हाल के भीतर पांचों बैनर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जरूर थे, लेकिन बातचीत में एनपीएसईए का ज्यादा बोलबाला रहा। कोई वक्ता ओपीएस बहाली के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और सरकार का धन्यवाद किए बगैर नहीं रहा। बाहर एक बैनर मुख्यातिथि आयुष मंत्री गोमा के स्वागत में कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा ने अवश्य लगाया था। इसके अलावा दोनों ही संगठनों के बैनरों पर मुख्यमंत्री, आयुष मंत्री, प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप शर्मा, प्रदेश महासचिव भरत शर्मा, उपाध्यक्ष सौरभ वैद और जिलाध्यक्ष लेख राज के चुनिंदा फोटो प्रदर्शित किए गए थे। चाहे कुछ भी हो प्रदीप ठाकुर ओपीएस बहाली के बाद अपनी पूरी टीम के साथ अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ की ताकत दिखाने में कामयाब रहे हैं।