लेबर कोड को निरस्त करने को लेकर सीटू ने मिनी सचिवालय के बाहर किया प्रदर्शन
जिला मुख्यालय हमीरपुर में मजदूरों ने प्रदर्शन किया जिसमें ठेका मजदूरों, अनुबंध, मल्टी टास्क, मल्टी पर्पस आदि मजदूरों की मांगों को लेकर और मोदी सरकार द्वारा बनाए चार लेबर कोड के विरोध में प्रदर्शन किया। इस अवसर पर सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर सिंह ठाकुर, जिला सचिव जोगिंदर कुमार, प्रताप राणा, संतोष कुमार, नवीन कुमार ने संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली है तब से देश के पांच कारपोरेट घरानों पर ही देश की सबसे कीमती संपत्तियों राष्ट्रीय उच्च मार्गों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, बैंक, बीमा आदि सब कुछ लुटाया जा रहा है जो जनता के खून पसीने से निर्मित है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश के मूलभूत ढांचे में ही परिवर्तन कर दिए हैं संविधान संस्थाओं को मिट्टी में मिला दिया है और तानाशाही की तरह व्यवहार किया जा रहा है। मजदूरों के लिए बनाए सभी श्रम कानून खत्म कर दिए हैं व उनकी जगह चार नए लेबर कोड बनाए हैं जो मजदूरों को बंधुआ मजदूरी और गुलामी की तरफ ले जा रहे हैं। मोदी सरकार ने 2014 से आज तक बड़े कारपोरेट कंपनियों के 17 लाख करोड़ कर्ज माफ किए हैं और इसका बोझ देश की जनता के ऊपर डाला जा रहा है। देश में महंगाई तेजी के साथ बड़ी है। देश में बेरोजगारी की दर अपने चरम पर है परंतु मोदी सरकार ने सभी विभागों में रिक्त पड़े लाखों पदों को भरने की बजाय उन्हें समाप्त ही कर दिया गया है और अब जो भर्तियां की जा रही है वो नियमित तौर पर न होकर आउटसोर्सिंग व ठेका प्रथा के तहत की जा रही है जिससे श्रमिकों का जमकर शोषण किया जा रहा है। सीटू की मुख्य मांग है कि मजदूरों के लिए बनाए जा रहे चारों लेबर कोड निरस्त किए जाए। मजदूरों को मासिक न्यूनतम वेतन 26000 रु सुनिश्चित किया जाए। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार एक समान काम का एक समान वेतन दिया जाए। आज के प्रदर्शन में नवीन कुमार, पवन कुमार, कुलतार नरेश कुमार, सुरेश, राजेश, भूमि सिंह, मस्तराम सैकड़ो लोगों ने भाग लिया।