तीन छात्रों पर चोरी का आरोप लगाकर काटा नाम
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थाची में नाबालिग बच्चे के साथ स्कूल के ही अध्यापकों के द्वारा की गई मारपीट और उस पर लगाए गए चोरी के आरोप से जहां बच्चों के अभिभावक परेशान हैं, वहीं बताया जा रहा है कि बच्चे भी स्कूल के नाम से ही खोफजदा हो चुके हैं।
इसी विषय को लेकर तीनों बच्चों में से दो बच्चों के पिता ओम प्रकाश ने बताया कि स्कूल में जब ये मामला पेश आया तो उन्होंने इस संदर्भ में राष्ट्रपति और मंडी डीसी को शिकायत पत्र भेजकर पूरे मामले से अवगत करवाया साथ ही इस संदर्भ में जांच की मांग की। ओमप्रकाश का कहना है कि हैरानी की बात है कि राष्ट्रपति से शिमला मुख्यसचिव को जांच के आदेश जारी हुए और इसी दौरान डीसी मंडी के द्वारा जब उपनिदेशक, उच्च शिक्षा, जिला मंडी को प्रेषित किया था, जिसकी एक प्रतिलिपि उनके पास भी है, बावजूद इसके इस मामले को संबंधित विभाग के द्वारा मामले को गति नहीं दी जा रही है। 14 को आई जांच टीम में जो अधिकारी शामिल रहे उन्होंने इस मामले में मात्र खानापूर्ति की है।
ओमप्रकाश के अनुसार जिस दुकानदार के दुकान से चोरी का इल्जाम लगाया गया है, वह दुकानदार भी उनके दुकान में हुए चोरी से इंकार कर रहा है, जबकि अध्यापक चोरी का इल्जाम लगाकर छात्र को पिट भी चुके हैं। जांच टीम ने उनके और इंद्र शर्मा के बच्चे से भी सवाल पुछे थे तथा उन्हें प्रिंसिपल कार्यालय में दरवाजे के बाहर बैठाकर अपने बयान लिखने को कहा तथा अन्य बच्चों को प्रिंसिपल के कार्यालय में कुर्सी पर बैठाकर लिखने को कहा।