ठंडे बस्ते में निरमंड नगर की सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना
निरमंड नगर पंचायत घरों से निकलने वाले गंदे पानी को ठिकाने लगाने की सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में पड़ी है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत करीब 2 वर्ष पहले इस महत्वकांक्षी योजना की डीपीआर बनाकर भेजी गई थी। डीपीआर के मुताबिक इस योजना पर करीब 25 करोड़ खर्च होने हैं, लेकिन बजट के अभाव में यह डीपीआर वापस भेज दी गई है। जलशक्ति मंडल आनी के अधिशाषी अभियंता इंजी. किशोर कुमार का कहना है कि जलशक्ति विभाग नगर पंचायत निरमंड की स्वच्छता को लेकर कटिबद्ध है और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का प्रोपोजल दोतीन योजनाओं के तहत विभिन्न हेड से बजट मुहैया करवाने को जलशक्ति विभाग के हेड ऑफिस भेजा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि निरमंड नगर की जरूरत के मद्देनजर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के प्रोपोजल को जल्द मंजूरी दी जाएगी।
गंदगी के कारण बना रहता है बीमारियों का खतरा
निरमंड नगर पंचायत की 2 हजार आबादी के घरों के शौचालयों, रसोईघरों आदि से निकलने वाला गंदा पानी ठिकाने लगाने के लिए वर्तमान में कोई योजना नहीं है। फलस्वरूप सारा गंदा पानी खुली निकास नालियों के रास्ते से बाहर खुले में बहता है, जो न केवल एशिया के सबसे बड़े गांव रह चुके छोटी काशी निरमंड की सुंदरता पर चोट करता है, बल्कि गर्मियों और बरसातों में गंदगी के कारण बीमारियों का भी खतरा बना रहता है।
पीपलधार में बनेगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, निरमंड से पीपलधार तक बिछनी है पाइप लाइन
निरमंड के नगर पंचायत के चुने हुए प्रतिनिधियों ने सीवरेज के इस गंदे पानी को ठिकाने लगाने के लिए जलशक्ति मंत्री के समक्ष इस मांग को रखा था, जिसके बाद उस वक्त जलशक्ति मंत्री ने जलशक्ति विभाग को डीपीआर बनाने के निर्देश दिए थे। डीपीआर के मुताबिक निरमंड नगर पंचायत के हर घर को इस योजना में बिछाए जाने वाली पाइपों के नेटवर्क से जोड़ा जाना है। कई जगह चैंबर बनेंगे, पाइप लाइन का नेटवर्क कस्बे से होती हुई पीपलधार तक जानी है। जहां पर बाकायदा करोड़ों की लागत वाला एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाना है। जहां नगर पंचायत निरमंड के गंदे पानी को स्वच्छ किया जाना है।
निरमंड का थम गया है विकास : विकास
वहीं, नगर पंचायत निरमंड के उपाध्यक्ष विकास शर्मा का कहना है कि वर्तमान में नगर पंचायत निरमंड की सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट सहित करीब 40 करोड़ की विभिन्न योजनाएं लटकी पड़ी हैं, जिससे निरमंड का विकास थम गया है। उन्होंने सरकार से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना को जल्द बजट मुहैया करवाकर इसे सिरे चढ़ाने की मांग की है।
करना पड़ सकता है लंबा इंतजार
विभागीय अधिकारियों के अनुसार निरमंड के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट वाली योजना को सिरे चढ़ाने से पहले निरमंड नगर को 24 घंटों पेयजल सुविधा देने वाली योजना से जोड़ा जाना है, जिसके बाद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना पर गौर किया जाएगा। स्वच्छ पेयजल वाली डीपीआर पहले ही काफी समय से शिमला में टेक्नीकल सेंक्शन की बाट जोह रही है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट योजना को लेकर निरमंड वासियों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।