पंजाब में किसानों का तीन घंटे 'रेल रोको' प्रदर्शन
किसानों ने फसलों के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए बुधवार को पंजाब में कई स्थानों पर तीन घंटे 'रेल रोको' प्रदर्शन के तहत रेल मार्गों को अवरुद्ध कर दिया। इससे ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि किसान दोपहर 12 बजे से दोपहर तीन बजे तक रेल पटरियों पर बैठे रहे। गुरदासपुर, मोगा, फरीदकोट, कादियां और बटाला; जालंधर में फिल्लौर; होशियारपुर में टांडा, दसूया, माहिलपुर; फिरोजपुर में मक्खू, लुधियाना में साहनेवाल, पटियाला में शंभू में किसानों ने पटरियों पर बैठकर प्रदर्शन किया।
अदालत के दरवाजे किसानों के लिए हमेशा खुले हैं: सुप्रीम कोट
एमएसपी सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि खनौरी सीमा पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और अन्य किसानों के साथ लगातार कई लंबी बैठकें की गईं, लेकिन गठित उच्च स्तरीय समिति के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया। जस्टिस सूर्यकांत और उज्जल भुइयां की पीठ को पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने सूचित किया कि समिति ने उन्हें 17 दिसंबर को आमंत्रित किया था, लेकिन प्रदर्शनकारी किसान इसमें शामिल नहीं हुए। कोर्ट ने कहा कि हम स्पष्ट करते हैं कि अदालत के दरवाजे किसानों की ओर से सीधे या उनके अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से किसी भी सुझाव या मांग के लिए हमेशा खुले हैं। कोर्ट ने डल्लेवाल के स्वास्थ्य का भी संज्ञान लिया और पंजाब सरकार से बिना देरी किए चिकित्सा सहायता प्रदान करने को कहा।