लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सड़कों पर, छत नसीब नहीं
सुंदरनगर के गांव धनोटू में लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ पिछले कई वर्षों से सड़कों पर यानि नीले गगन के तले है। बात समाचार पत्र विक्रेता की है जो बरखा पानी खराब मौसम में भी समाचार पत्रों के वितरण का काम करता है।नाचन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय उच्च मार्ग नंबर 21 धनोटू में पिछले कई वर्षों से समाचार पत्रों के एजेंट बंधु और घर-घर दूकान जाकर मुश्किल हालात में पत्र वितरित करने का का करते हैं जिन्हें अभी तक प्रशासन-सरकार की तरफ से कोई छत नसीब नहीं हो पाया है जिससे उन्हें सड़क के किनारे ही अपना डेरा डालना पड़ता है ऐसे में उन्हें बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि समाचार पत्रों के एजेंट बंधुओं के लिए सहूलियत दिए जाने की मांग लंबित पड़ी है और अनदेखी लगातार की जा रही है इसे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की उपेक्षा करना कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि अखबार बेचने वाले न्यूज पेपर एजेंट खराब मौसम में किसी किस्म की सुरक्षित छत न मिलने के कारण बहुत तंग होते हैं जबकि यह कार्य गौरवान्वित करने वाला तो है मगर बड़ा ही कठिन भी है प्रशासन तथा सरकार को चाहिए कि न्यूज पेपर एजेंट को बेहतर ढंग की सुविधाएं दे, ताकि वह अपना काम अच्छे से कर सके। लोगों ने प्रशासन व सरकार से पुरजोर मांग की है कि शीघ्र ही उक्त न्यूज पेपर एजेंट को एक बड़े कमरे की सुविधा उपलब्ध करवाए।