जोगिंद्रनगर में तूफान का कहर: मिनी सचिवालय के पास गिरे पेड़, बड़ा हादसा टला
शुक्रवार दोपहर को आए तेज तूफान ने जोगिंद्रनगर क्षेत्र में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। तेज हवाओं के चलते जोगिंद्रनगर मिनी सचिवालय के समीप, लक्ष्मी बाजार, लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह और जल शक्ति विभाग के डिविजन कार्यालय के बाहर कई पुराने और सूखे पेड़ जड़ से उखड़कर गिर गए। गनीमत रही कि घटना के समय आसपास कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। तूफान की वजह से पेड़ों के गिरने से बिजली की लाइनों को भी नुकसान पहुंचा। इस कारण जोगिंद्रनगर में दिनभर बिजली आपूर्ति बार-बार बाधित होती रही। दर्जनों बार बिजली गुल होने से बाजार में कारोबार प्रभावित हुआ और दुकानदारों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। कई दुकानों में पंखे, लाइटें और कंप्यूटर बार-बार बंद होने से ग्राहक सेवा में भी दिक्कत आई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ ही मिनटों में तेज़ हवाओं ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। कई स्थानों पर गिरते पेड़ों ने बिजली के तारों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे फाल्ट की स्थिति बन गई। बिजली विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर मरम्मत कार्य शुरू किया, लेकिन बार-बार आ रही फॉल्ट्स के चलते दिनभर बिजली आपूर्ति अस्थिर रही। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और नगर परिषद के कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और गिरे हुए पेड़ों को हटाने का कार्य आरंभ किया। लोक निर्माण विभाग तथा दमकल विभाग की टीमों ने भी राहत कार्य में सहयोग किया। स्थानीय दुकानदारों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि नगर क्षेत्र में खड़े पुराने, सूखे और झुक चुके पेड़ों की समय रहते पहचान कर उनकी कटाई की जाए। लोगों का कहना है कि ऐसे पेड़ कभी भी जानलेवा साबित हो सकते हैं, खासकर बारिश और तूफानी मौसम में। प्रशासन की ओर से बताया गया है कि जल्द ही नगर क्षेत्र का निरीक्षण कर खतरनाक पेड़ों को चिन्हित किया जाएगा और जरूरी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।