निर्माण कम्पनी की मनमर्जी खुलेआम हो रही अवैध डंपिंग, खनन और ब्लॉटिंग और कई परिवार परेशान-किसान सभा
हिमाचल किसान सभा ने अवाहदेवी से सरकाघाट-धर्मपुर-मंडी की ओर बन रहे राष्ट्रीय उच्च मार्ग 03 के निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही और निर्माण नियमों की शर्तो की कंपनी द्वारा की जा रही उलंघन्ना को रोकने बारे आज एसडीएम सरकाघाट एवं धर्मपुर को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। जिसका नेतृत्व पूर्व ज़िला पार्षद भुपेन्द्र सिंह व किसान सभा के बाला राम, प्रकाश वर्मा, पूर्ण पराशर अमृत लाल, बृज लाल शर्मा, सुरेश शर्मा, विजय कौशल, सुरेंद्र पाल ने किया। भुपेंद्र सिंह ने कहा कि कंपनी पिछले तीन साल से रखोह बाजार में सड़क के दोनों ओर नालियां व सुरक्षा दीवारें नहीं लगा पाये हैं और वहां बनी डंंपिंग साइट के मलवे को रोकने की कोई व्यवस्था नहीं कि गई है। कंपनी द्वारा हर कहीं मलवे की डंपिंग की जा रही है जबकि डीपीआर में केवल दो ही जगहों पर डम्पिंग का प्रावधान है लेकिन आलम ये है कि हर कहीं पर मलवा डाला जा रहा है और यहां का प्रसाशन व नुमाइंदे आंखें बंद किए हुए हैं और आमजनता इस निर्माण कार्य से परेशानी झेल रही है। पाड़छु पुल के दोनों ओर खुदाई करने के बाद काम बंद है और वहाँ से गाड़ियां निकलना मुश्किल होता है नुकसान भी हो रहा है और वारिस होने पर धर्मपुर जाना मुश्किल हो जाता है और आज भी सड़क बंद हो गई है। यहीं पर दोनों ओर से काटी गई चट्टानें और मिट्टी खड्ड में भर दी गई है और वर्षा ऋतु आते ही जब ये बहेगी तो आगे बहुत ज्यादा नुकसान होगा और जो पुल और अन्य काम कंपनी कर रही है उसकी गुणवत्ता बहुत ही घटिया किस्म की है।जिसके विरोध में 16 अप्रैल को सभा सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेगी।पाड़छु से आगे हुक़्क़ल तक काटी जा रही पहाड़ी में अनियंत्रित ब्लास्टिंग की गई है और उससे दर्जनों गांव भेड़ी से लेकर जोढन तक क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसका मुआवजा इन मकान मालिकों मिलना चाहिए।इसी प्रकार लौंगनी में भी प्राइमरी स्कूल के पास मलवा फैंक दिया है जिससे नीचे नाले में रेनवाटर हार्वेस्टिंग चैक डैम को खतरा हो गया है और लौंगनी पँचायत में भी मलवा खेतों व लोगों की ज़मीन पर डाला जा रहा है।यहां पर लगे कंपनी के स्टोन क्रशर के लिए चारों तरफ अवैध खनन किया जा रहा है और माइनिंग विभाग आंखे बंद करने उन्हें ये सब करने के लिए मंजूरी दे रहा है।आजकल बोल्डर पत्थर विधायक के गांव के साथ वाली खड्डों से ढोये जा रहे हैं और फिर भी उन्हें कोई नहीं पूछ रहा है जिससे प्रतीत होता है कि कमानी ने सभी के साथ सैटिंग की हुई है तभी वे ये सब अवैध खनन और डम्पिंग तथा ब्लॉटिंग निधड़क होकर कर रहे हैं।ये भी आरोप है कि एनएचएआई के कर्मचारी तो धर्मपुर नलवाड़ मेले के लिए चंदा इकठ्ठा करने के लिए तैनात किए गए थे और कंपनी ये सब अवैध निर्माण कार्य कर रही है। इसी कम्पनी के ख़िलाफ़ ने दो साल पहले विधायक ने दिखावे के लिए कथित एफआईआर दर्ज करवाई थी लेकिन उन्हीं की सरकार होते हुए भी उस पर कोई कर्यावाई न होने से भी कई सवाल खड़े हुए हैं। धर्मपुर के ऊपर बनाल में बड़े पैमाने पर अवैध डम्पिंग हो रही है। ये स्लाइडिंग जोन है होने के कारण बरसात में सारा मलवा पुराने धर्मपुर में पहुंचेंगे और बड़ा नुक़सान होगा।रियूर गांव में ओबीसी और अनुसूचित जाति के बीस परिवार सदमे में हैं कियूंकि कम्पनी ने जो कटिंग की है उससे उनके मकानों को खतरा है और रास्ता भी नहीं है।अन्य मकानों के आसपास भी बेतरतीब और 70 से 80 फुट कटिंग की जा रही है जबकि सुरक्षा दीवारें केवल 3 मीटर जिसमें से एक मीटर ज़मीन के नीचे है लगाई जा रही है।तीन समय धूल पर पानी डालने के दिशा निर्देश हैं लेकिन कंपनी कई कई दिन पानी का छिड़काव नहीं कर रही है।जिससे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।यही नहीं लगाए जा रहे डंगे व अन्य निर्माण कार्य की गुणवत्ता किसी भी तरह से सही नहीं है। इसलिए आज एसडीएम और निर्माण कंपनी को अल्टीमेटम दिया गया कि यदि इसमें सुधार नहीं हुआ तो लोग कंपनी व प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा न्यायालय में कंपनी के ख़िलाफ़ जनहीत याचिका और एफआईआर दायर करेंगे।