सिटीजन सेवा पोर्टल में पंजीकरण न होने से बिगड़ी नगर निगम मंडी की रैंकिंग
नगर निगम मंडी के महापौर वीरेंद्र भट्ट शर्मा द्वारा स्वच्छ शहर समृद्ध शहर में प्राप्त स्थान व अंकों को लेकर एक समीक्षा बैठक की गई तथा बताया कि नगर निगम मंडी ने इस कार्यक्रम को पूरी तरह संवेदनशील होकर क्रियान्वित करने का प्रयास किया। इसमें समस्त पार्षद, अधिकारी व कर्मचारी दिन-रात पूरी मेहनत के साथ कार्य करते रहे, लेकिन फिर भी सिटीजन सेवा में उम्मीद से कहीं कम पंजीकरण होने के कारण पूरी रैंकिंग में असर पड़ा और दो घटकों में शत प्रतिशत अंक लेने के बावजूद हम प्रदेश के निगम में 6 व नगर निकायों में 34वें स्थान तक ही पहुंच पाए, जबकी उम्मीद थी कि हम जिस प्रकार से मेहनत कर रहें हैं उसमें प्रथम स्थान भी आ सकता है। फिर भी हमें खुशी है कि साफ सफाई और जनभागीदारी में हम अव्वल है और जो कुछ कमियां हाल ही में रही हैं उन्हें दूर करके हम अगले चरण में अपनी मौजूदा रैंकिंग में सुधार कर लेंगे। महापौर ने आम जनमानस से आग्रह किया कि इस तरह के अभियानों में जनता बढ़.चढ़कर भाग लें तथा सफाई का विशेष ध्यान रखें।
हिमाचल प्रदेश के समस्त नगरों, कस्बों व शहरों को सुदृढ़ व सक्षम बनाने के उद्देश्य से आरम्भ किए गए “ स्वच्छ शहर समृद्ध शहर“ कार्यक्रम में नगर निगम मंडी द्वारा बेहतरीन कार्य करते हुए नगर निगम श्रेणी में छठवां स्थान प्राप्त किया है। मुख्य रूप से आकलन का आधार 3 कार्यों के आधार पर किया गया, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन, समाधान शिविर व सिटीजन सेवा पोर्टल तीनों विषयों में नगर निकायों द्वारा किए गए कार्यों की प्रगति के हिसाब से अंक प्रदान किए गए, जिसमें स्वच्छ भारत भारत मिशन में नगर निगम मंडी ने 34 में से 34 अंक, समाधान शिविरों में 33 में से 28 अंक लेकर बेहतरीन प्रदर्शन किया, परंतु सिटीजन सेवा पोर्टल में जनता द्वारा इस्तेमाल की प्रगति में 33 में से मात्र 7 अंक ही हासिल कर पाया, जिसका मुख्य कारण शहर की जनता का इस पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण ना करवाया जाना रहा।