हिमाचल की चोटियों पर बर्फबारी ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
हिमाचल प्रदेश में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का दौरा जारी है। जनजातीय जिले के लाहौल-स्पीति, रोहतांग, किन्नौर और मनाली की चोटियों पर बर्फबारी हुई है। वहीं, चंबा, बिलासपुर और नारकंडा में भारी ओलावृष्टि होने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं, कई इलाकों में बारिश हुई है। भू-स्खलन से किन्नौर के टिंकू नाला में एनएच पांच बंद हो गया। चंबा-तीसा मार्ग भी ठप हो गया। बीती रात कई इलाकों में तेज बारिश, ओलावृष्टि व ऊंचे क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। शिमला, कुल्लू और आसपास के इलाकों में तेज बारिश और ओलावृष्टि से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ऊपरी शिमला के बागवानी क्षेत्रों में ओलावृष्टि ने तबाही मचाई है और फलदार पेड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। मौसम विभाग के अनुसार, लाहौल के हंसा में 8 सेंटीमीटर और केलांग में 2 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। पूह में 48 मिलीमीटर, सलूणी में 40, कोठी में 35, कल्पा में 34, सांगला में 31, रिकांगपिओ में 27, बिलासपुर व मोरंग में 20 और मनाली, घागस व अग्घर में 18 मिलीमीटर बारिश हुई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते ठंड एक बार फिर लौट आई है, जबकि मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे गर्मी का असर कुछ हद तक कम हो गया है। शिमला जिले के ऊपरी इलाकों ठियोग, नारकंडा, जुब्बल, कोटखाई, रोहड़ू, चौपाल और रामपुर क्षेत्र में हुई भारी ओलावृष्टि से सेब, प्लम, आड़ू और खुमानी की फसलों को भारी क्षति पहुंची है। ऐसे में ओलों की मार से उत्पादन पर बड़ा असर पडऩे की आशंका है।
आज भी खराब रहेगा मौसम
22 अप्रैल को भी मौसम खराब रहने का अनुमान है। हालांकि, इस दिन कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। 23 अप्रैल को मौसम के साफ रहने की उ्मीद है, जबकि 24 से 27 अप्रैल के बीच राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इस अवधि में हालांकि किसी तरह का मौसम अलर्ट जारी नहीं किया गया है।