एनएच निर्माण कंपनी को एसडीएम ने 15 दिनों में काम सुधारने के दिए निर्देश
राष्ट्रीय उच्च मार्ग निर्माण में बरती जा रही लापरवाही और अवैध डंपिंग की शिकायतें दर्ज होने और किसान सभा द्वारा मुद्दा उठाने कारण एसडीएम स्वाति डोगरा ने गत माह जांच करवाने के बाद शुक्रवार को कंपनी और केंद्र सरकार के मोर्थ विभाग व वन, खनन, राजस्व तथा पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई जो दो घंटे तक चली और सभी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह के अलावा किसान सभा के पदाधिकारी रणताज राणा, देश राज पलसरा, नानक चंद, एडवोकेट अनिल कटवाल व अन्यों सहित तीन दर्जन सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में जांच कमेटी द्वारा मौके पर जाकर देखे गए हालातों की रिपोर्ट तहसीलदार रमेश भारद्वाज द्वारा पेश की गई, जिसमें निर्माण कार्य में अनेकों कमियां पाई गई। इस बारे में किसान सभा ने एसडीएम को अवगत करवाया था। एसडीएम ने बीआरन निर्माण कंपनी को पाड़छु पुल से आगे कुम्हरड़ा तक कि गई अवैध कटिंग का मलवा खड्डों, नालों और वन भूमि तथा निजी भूमि पर से हटाने के निर्देश दिए और जहां से मलवा हटाया नहीं जा सकता है उसका मुआवजा देने के निर्देश जारी किए।उन्होंने कंपनी को कहा कि यदि कटिंग से जो मलवा हर कहीं फैंका है, यदि बरसात में उससे कोई नुकसान होता है तो उसकी जिम्मेदारी कंपनी की होगी। रियूर ओबीसी और अनुसूचित जाति की बस्ती और अन्य स्थानों के पास जहां जहां घरों को खतरा पैदा हो गया है वहां पर सुरक्षा दीवारें 15 मई तक लगाने के लिए कहा गया। पाडछु से आगे हुक़्क़ल तक की गई ब्लास्टिंग से 16 घरों को हुए नुकसान का मुआवजा देने के निर्देश कंपनी को दिए गए साथ ही अवैध खनन पर तुरंत रोक लगाने के लिए निर्देश दिए गए। इसके लिए माईनिंग विभाग को कार्रवाई करने के लिए कहा गया।
अवैध खनन के जिए नोटिस जारी
वन भूमि पर की गई अवैध डंपिंग के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा गया। भूपेंद्र ने बताया कि वन विभाग ने कंपनी को दस स्थानों पर अवैध डंपिंग करने तथा माइनिंग विभाग ने भी अवैध खनन के लिए नोटिस जारी किए हैं, जिससे किसान सभा द्वारा उठाए गए मुद्दे सही पाए गए हैं और कंपनी को निर्देश दिए गए कि इन सभी कमियों को नहीं सुधारा गया, तो प्रशासन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएगा।
बरसात से पहले हटाने के निर्देश
बैठक में पाडछु पुल के दोनों तरफ अप्रोच रोड़ को अगले 15 दिनों में ठीक करने तथा खड्ड में डाली गई मिट्टी को बरसात से पहले हटाने के निर्देश दिए गए। हालांकि बैठक में यह बात भी सही पाई गई कि कंपनी ने बिना अनुमति के यह मिट्टी डंप की है और पाडछू पुल से आगे मार्च महीने तक की गई ब्लास्टिंग अनियंत्रित तरीके से नवंबर से आगे मार्च तक की है और कई गाड़ियों की शीशे भी टूट गए हैं। बैठक में पीने के पानी के स्रोतों और रास्तों तथा खतरे वाले घरों के आसपास 31 मई तक सुरक्षा दीवारें लगाने के निर्देश जारी किए गए।
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि एसडीएम स्वाति डोगरा ने लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए तुंरत कार्रवाई की है और बैठक में हर काम को पूरा करने के लिए समय निर्धारित किया है और यदि कंपनी ने इन कमियों को अगले 15 दिनों में पूरा नहीं किया तो किसान सभा प्रभावितों के साथ मिलकर 20 मई को सड़क पर उतर कर विरोध करेगी।