12 मई को सजाओपीपीलू में होगा एफपीओ धर्मपुर का जनरल हाऊस-सत्तपाल चौहान
किसान उत्पादक संघ धर्मपुर-एफपीओ का वार्षिक जनरल हाउस 12 मई को अंबेडकर भवन सजाओपीपीलू में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें गत वित्त वर्ष के कार्यों व वित्तीय स्थिति की रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी और इस वर्ष की योजना तैयार की जाएगी। एफपीओ वर्किंग कमेटी के अध्यक्ष सत्तपाल सिंह चौहान ने बताया कि 31 मार्च तक एफपीओ मे 1521 शेयर होल्डर बन गए थे और अप्रैल माह में 175 की और वृद्धि हो चुकी है तथा शेयरों की कुल संख्या 2400 के हो गई है और एक शेयर का मूल्य पांच सौ रुपए है। इस प्रकार अभी तक कुल 12 लाख मूल्य के शेयर खरीदे जा चुके हैं जो हिमाचल प्रदेश में बने कुल 175 एफपीओ में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान के तहत अप्रैल में सबसे ज्यादा 30 शेयरहोल्डर्स को 90 शेयर बिक्री करने में एफपीओ के सचिव भूपेंद्र सिंह ने सराहनीय उपलब्धि हासिल की है।उसके बाद संधोल क्षेत्रीय टीम जिसमें एमएल भरमौरिया, डीआर भरमौरिया, मॉन सिंह सकलानी, तारा चंद व सकीना ठाकुर इत्यादि शामिल हैं ने 50 सदस्य बनाए हैं। बीओडी सदस्य रजनी सकलानी सकोह-सिद्धपुर द्वारा 25, शोमा देवी सरी द्वारा 22, विजय कुमार बसंतपुर द्वारा 13 सुरेश ठाकुर रोसो द्वारा 10 शेयरहोल्डर्स बनाए हैं। एफपीओ ने इस माह के अंत तक तीन सौ और शेयरहोल्डर्स बनाने तथा छह सौ शेयर बिक्री करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसे हासिल करने पर धर्मपुर एफपीओ कि रैंकिंग राष्ट्रीय स्तर पर भी टॉप दस में हो जाएगी और व्यवसाय बढ़ाने के लिए 15 लाख रुपए की ग्रांट सरकार से मिलेगी। उन्होंने बताया कि एफपीओ ने वर्ष 2023-24 में 8 लाख रुपए का व्यवसाय किया था जो वर्ष 2024-25 में 30 लाख रुपए हो गया है और डेढ़ लाख रुपए का लाभ अर्जित किया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष में एक करोड़ व्यवसाय करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इसे हासिल करने के लिए हल्दी पाउडर और अन्य उत्पाद बनाने के लिए भराड़ी में लघु उद्योग स्थापित करने की पक्रिया शुरू हो गई है। एफपीओ ने छह प्रोसेसिंग सेंटर सकोह, घरवासड़ा, तनियार, बरोटी, जोढन, संधोल में रजिस्टर्ड कर लिए हैं और दो इस साल बिंगा और बसंतपुर में दो सेंटर और स्थापित करने की योजना है और समौड़ में वर्मीकम्पोस्ट केंचुआ खाद बनाने का सेंटर पंजीकृत किया जा रहा है।सत्तपाल चौहान ने बताया कि आगामी बरसात के मौसम में आम,हल्दी और अन्य फलों के उत्पाद बनाने को प्रथमिकता दी जाएगी जिसके लिए सभी प्रोसेसिंग सेंटरों की महिलाओं को मई के दूसरे सप्ताह में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। धर्मपुर को हल्दी ब्लाक के रूप में विकसित करने के लिए इसका उत्पादन बढ़ाने के लिए वर्तमान सीजन में किसानों को प्रेरित किया जायेगा और हल्दी का बीज भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। हल्दी के अलावा वर्मीकम्पोस्ट केंचुआ खाद बनाने के कार्य को भी प्राथमिकता पर किया जाएगा, जिससे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलेगा।उन्होंने बताया कि हिमाचल सरकार ने इस साल के बजट में हल्दी उत्पादन और वर्मीकम्पोस्ट केंचुआ खाद इस्तेमाल करते हुए प्रदेश में एक लाख किसानों को चिन्हित करने का लक्ष्य रखा है, जिसके चलते धर्मपुर में भी किसानों को चयनित किया जा रहा है।