मजदूर विरोधी कानूनों को लेकर मंडी में मजदूरों ने किया विरोध प्रदर्शन
सीटू, रेहड़ी फहड़ी और वर्कर यूनियन ने सेरी मंच पर अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया। मजदूर दिवस को हर वर्ष मजदूर अपनी मांगों और सरकार विरोधी निर्णय के खिलाफ संघर्ष के दिन के रूप में मनाया जाता है। देश की सरकार आज मजदूर वर्ग पर जन विरोधी फैसले लगातार ले रही है। इन्हीं फैसलों के तहत चार मजदूर कानूनों को मजदूरों के ऊपर थोपना और उन्हें बंधुआ मजदूर बनाने की तरफ धकेलना चाहती है। मजदूरों ने लड़कर काम के घंटे सुनिश्चित करवाए थे, मगर मोदी सरकार और उनके मित्र पूंजीपति काम के घंटों में बदलाव करने पर जोर दे रहे हैं। मजदूरों को अब 8 घंटे की जगह 12 घंटे की शिफ्ट करनी पड़ेगी और मजदूरों के यूनियन बनाने के अधिकार को भी खत्म करने जा रही है। यह मजदूरों के अधिकारों के साथ धोखा करने वाले फैसले हैं। मजदूर दिवस के दिन शिकागो के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मजदूरों के अपने संघर्ष को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा प्रदान करता है और अपने अधिकारों की लड़ाई को और तेज करने के लिए एकजुट होने की भी जरूरत है। सरकार द्वारा मजदूर विरोधी निर्णयों के खिलाफ 20 मई को पूरे देश में संयुक्त ट्रेंड के आह्वान पर हड़ताल की जा रही है। तमाम मजदूर चाहे वह हाइडल प्रोजेक्ट्स, फोरलेन, आंगनवाड़ी, मिड डे मील, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव, रेहड़ी फहड़ी, आशा वर्कर और असंगठित क्षेत्र का मजदूर भी इस हड़ताल में शामिल होगा और सरकार की जन विरोधी नीतियों का डटकर विरोध करेगा। आज के इस कार्यक्रम में सीटू जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह, जिला महासचिव राजेश शर्मा, गोपेंद्र कुमार, रेहड़ी फहड़ी प्रधान सुरेंद्र कुमार, सचिव प्रवीण कुमार, एचपीएमआरए राज्य सचिव जगदीश ठाकुर, राज्य सह सचिव प्रकाश ठाकुर, जिला प्रधान डीके ठाकुर, सचिव गौतम ठाकुर, दीपक, मनीराम इत्यादि ने हिस्सा लिया।