क्रोधित पूर्व सैनिकों ने पहलगाम की घटना के विरोध में बलद्वाड़ा में निकाली रैली: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षा मंत्री को तहसीलदार के माध्यम से भेजें सख्त कार्रवाई के ज्ञापन
बलद्वाड़ा उपमंडल के आसपास निवासी पूर्व सैनिकों ने संयुक्त मोर्चा ऑफ एक्स सर्विसमैन (जेसीओ एवं ओ आर) शाखा बलद्वाड़ा के बैनर तले एक शांतिपूर्वक रैली का आयोजन किया और पूर्व सैनिकों ने पहलगाम में हुई 28 सैलानियों की बर्बरतापूर्वक उग्रवादियों द्वारा की गई हत्या के विरोध में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को तहसीलदार बलद्वाड़ा के माध्यम से सख्त कार्रवाई के लिए ज्ञापन भी भेजें। इस रैली में कैप्टन जगदीश वर्मा, कैप्टन करतार सिंह गुलेरिया, कैप्टन प्रकाश चंद, लेफ्टिनेंट (इंडियन नेवी) जगन्नाथ, सूबेदार कुलदीप सिंह, चीफ पेटी ऑफिसर विद्यासागर, हवलदार जगत ठाकुर, नायक मोहन सिंह हवलदार जयराम शर्मा, नायक बसंत सिंह तथा कई अन्य पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। जो सैनिक कुछ समय पहले देश की सीमाओं पर तैनात रहते थे और देश की रक्षा किया करते थे वह आज बहुत नाराज और क्रोधित हैं कि जिन लोगों की उन्होंने जीवन भर रक्षा किया आज उन्हीं को पाकिस्तान द्वारा चलाए जा रहे हो उग्राबाद का शिकार होकर अपनी जवान गवानी पड़ रही है। क्रोधित पूर्व सैनिकों ने अपने हाथ में बैनर लेकर अपना क्रोध दिखाया, जिनके ऊपर लिखा था पहलगाम के शहीदों को न्याय दिलाओ, दस्तगर्दी को खत्म कराओ, पाक अधिकृत कश्मीर को खाली कराओ, पाकिस्तान को सबक सिखाओ, बेकसूर जानो की रक्षा सरकार करें। खून के बदले खून चाहिए तथा पाकिस्तान के अत्याचारों को मत बर्दाश्त करो। इसके पश्चात में तहसीलदार बलवाड़ा को ज्ञापन सौंपने के पश्चात पूर्व सैनिक सीएसडी कैंटीन के प्रांगण में एकत्रित होकर आपस में विचार साझा किया तथा पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कैप्टन जगदीश वर्मा प्रदेशाअध्यक्ष पूर्व सैनिक संयुक्त मोर्चा ने अपने संबोधन में कहा कि लंबे समय से भारत के जम्मू कश्मीर के भाग में पाक की मदद से चल रही दस्तगर्दी को माहौल बना हुआ है और हमारे बेकसूर लोगों को आए दिन उसका शिकार होना पड़ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हम यह चाहते हैं कि वर्तमान सशक्त मोदी सरकार इसके विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी राष्ट्रों के साथ विचार विमर्श करके इस प्रकार के कदम उठाए, ताकि जम्मू कश्मीर में चल रहे उग्रवाद का हमेशा के लिए खत्म हो जाए और भारत के नागरिकों की इस प्रकार की घटनाओं में जान न गवानी पड़े।