आत्मनिर्भरता: महिला उद्यमी योजना ने गोमती के सपनों को दी उड़ान, मुद्रा लोन लेकर खोली मंडी शहर में गारमेंट्स की दुकान
कभी घरेलु नौकरानी के रूप में कार्य करने वाली मंडी जिला के गोखड़ा की गोमती आज अपने दम पर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने की दिशा में पहला कदम उठाते हुए मंडी शहर में गारमेंट्स की दुकान खोल ली है। मंडी के बालकरूपी मुहल्ले में बुधवार को गीता कलेक्शन नाम से शोरूम का उदघाटन सरदार पटेल विश्वविद्यालय की पूर्व प्रो. कुलपति अनुपमा सिंह ने किया। गोमती ने सरकार की महिला उद्यमी योजना के माध्यम से अपने सपनों को हकीकत में बदल डाला। इस अवसर पर प्रो. अनुपमा सिंह ने कहा कि यह प्रेरणादायक पहल है। उन्होंने बताया कि गोमती पहले उनके यहां पर खाना बनाने का कार्य करती थी। इस दौरान उसके मन यह विचार चलता रहता था कि वह ऐसा कुछ करे जिससे वह आत्मनिर्भर हो सके। उसका यह सपना सरकार की महिला उद्यमी योजना के माध्यम से पूरा होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोमती ने मुद्रा योजना के माध्यम से लोन लेकर मंडी शहर में अपनी दुकान शुरू की है। जिसका शुभारंभ करते हुए उन्हें भी विशेष अनुभूति हो रही है कि एक महिला अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए योगदान दे रही है। वहीं पर वह अपने पति पर निर्भर ने रहकर अपने पैरों पर खड़े होने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह योजना जिससे गोमती के सपनों को उड़ान मिली है, अन्य महिलाओं के लिए भी वरदान है। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि उन्हें अपने सपनों को आकार देने का अवसर भी देती है। उन्होंने अन्य महिलाओं को भी इस योजना से जुड़ने की अपील की और बताया कि कैसे सरकारी सहयोग और सही मार्गदर्शन से हर महिला अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकती है। इधर, गोमती ने बताया कि प्रो. अनुपमा सिंह के मार्गदर्शन और प्रेरणा से उन्हें योजना की जानकारी मिली, जिसके चलते आज वह अपने पैरों पर खड़ी होकर अपनी पहचान बना रही है। उन्होंने ही मुझे यह बताया कि आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है।